महिलाओं के खिलाफ शारीरिक हिंसा को समाज में सामान्य मानना एक चिंताजनक और गंभीर समस्या है। यह ऐसे समाज की परिस्थिति को दर्शाता है जो नारी सशक्तिकरण और समानता के मामले में पिछड़ा है। आखिर क्यों अभी भी महिला के खिलाफ शारीरिक हिंसा छोटी सी बात है?
इस लेख को साझा करें
यदि आपको यह लेख पसंद आया है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें।वे आपको बाद में धन्यवाद देंगे