जया ठाकुर ने एडवोकेट वरिंदर कुमार शर्मा और वरुण ठाकुर के माध्यम से दलील पेश की। पिटीशनर ने कहा कि गरीब परिवार से आने वाली 11 से 18 वर्ष आयु की लड़कियों को मेंस्ट्रुएशन और मेंस्ट्रुअल हाइजीन सम्बंधित कई सारी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
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