एक मामले के सुनवाई करते वक्त केरल हाई कोर्ट ने कहा कि महिला प्रजनन चॉइस का अधिकार अनुच्छेद 21 के तहत उसकी पर्सनल फ्रीडम का हिस्सा है। आइए जानते हैं पूरी खबर इस टॉप स्टोरीज न्यूज़ ब्लॉग में-
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