आज कल हर किसी के हाथ में मोबाइल फोन है. बच्चे भी इससे छूटे नहीं हैं. वे भी पढ़ाई से लेकर डेली रूटीन की हर चीज किसी से पूछने के बजाए इंटरनेट पर ही खंगालते हैं. इस दौरान वे कई बार गलत राह भी चले जाते हैं. भटक जाते हैं. वे एडल्ट कंटेट या पॉर्न देखने लगते हैं| पोर्नोग्राफी के बारे में अपने बच्चे से बात
इस लेख को साझा करें
यदि आपको यह लेख पसंद आया है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें।वे आपको बाद में धन्यवाद देंगे