अपने विचारों के लिए महिलाओं पर लगातार हमला करके ट्रोलर्स एक तरह से महिलाओं को सोशल मीडिया पर अपनी आवाज़ उठाना मुश्किल बना देना चाहते हैं। ये सब हरकतें ऑनलाइन उत्पीड़न, मानसिक स्वास्थ्य और स्थिरता पर काफी भारी असर डालता है।
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