Digital Women Awards Discusses The Contribution By Women Entrepreneurs In Tech: महिलाएं विभिन्न तरीकों से परिवर्तन को प्रभावित करने के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रही है और उनमें से एक है उन महिलाओं का टेक्नोलॉजी के माध्यम से नए समाधानों का आविष्कार करना जो महिलाओं के काम को और भी आसान कर दे और उनकी समस्या का समाधान बने। उदाहरण के लिए, अब ऐसे ऐप्स और प्लेटफ़ॉर्म है जो पुरुष-प्रधान उद्योगों में महिलाओं के लिए साधन और सहायता प्रदान करते है, जिससे उन्हें उन क्षेत्रों में नेविगेट करने और सफल होने में मदद मिलती है। यह टेक सॉल्यूशन महिलाओं को और भी सशक्त बना रहे है सूचना नेटवर्क और अफसर तक उनकी पहुंच बड़ाकर पहले उनके लिए सीमित या फिर मुश्किल होते थे। डिजिटल पर महिला एंटरप्रेन्योर्स के विकास को आगे बढ़ाने की अपनी पहल के साथ, शी द पीपल ने एक्सेस टू सक्सेस' पर ध्यान केंद्रित करते हुए 18 नवंबर को डिजिटल वीमेन अवार्ड का नौवां पड़ाव आयोजित किया।
क्या रही इस पैनल की खास पेशकश?
डिजिटल वीमेन अवार्ड 2023 थीम, 'एक्सेस टू सक्सेस' उन महिला एंटरप्रेन्योर्स का सेलिब्रेशन था जो डिजिटल डोमेन में महत्वपूर्ण बदलाव लाने के लिए टेक्नोलॉजी और एआई की शक्ति का उपयोग कर रही हैं। कार्यक्रम के सबसे महत्वपूर्ण पैनल में से एक था 'वीमेन ड्राइविंग इंपैक्ट विद एआई' था, जहां उद्योग के स्टेकहोल्डर्स आए और उन महिलाओं की क्षमता पर चर्चा की, जो इनोवेशन एवं एआई के साथ प्रभाव डाल रही हैं, जिससे वह तकनीकी जगत को आकार दे सके न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर भी।
कहां किया गया पैनल का आयोजन?
टी-हब, हैदराबाद में टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन के केंद्र में, डिजिटल वीमेन अवार्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में सोचने वाले लीडर्स और अग्रणी लोगों के लिए एक आकर्षण बन गया। इस वर्ष के आयोजन के मूल में एक दिलचस्प पैनल चर्चा थी जिसने एआई के दायरे में महिलाओं द्वारा किए जा रहे परिवर्तनों के प्रभाव के बारे में बात की। न्यूरोडायवर्सिटी में होने वाले पहल से लेकर महिलाओं के नेतृत्व वाले में बनने वाले स्टार्टअप तक, उनके बातचीत ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के भविष्य को आकार देने के लिए महिलाओं द्वारा किए जा रहे बहुमुखी योगदान पर प्रकाश डाला।
पैनल के स्पीकर्स में निधि (एनईएमए-एआई के संस्थापक), रमा देवी लंका (इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज, तेलंगाना के निर्देशक और टी-हब के सीईओ श्रीनिवास राव महानकाली शामिल थे।
एनईएमए-एआई: एआई के माध्यम से न्यूरोडाइवर्सिटी की शुरुआत
एआई की दुनिया में महिलाओं द्वारा परिवर्तनों के विषय में चर्चा की गई। एनईएमए-एआई की संस्थापक निधि ने केंद्र स्तर पर कदम रखा क्योंकि उन्होंने अपनी संस्था द्वारा न्यूरोसाइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इंटरसेक्शन पर कुछ असाधारण कार्यों पर प्रकाश डाला। एनईएमए एआई न केवल ग्राहकों को गहराई से मूल्यवान सूचना प्रदान करता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी प्राथमिकता देता है, विशेष रूप से ऑटिज्म, एडीएचडी और डाउन सिंड्रोम जैसी न्यूरोडायवर्स स्थितियों वाले छात्रों पर ध्यान केंद्रित करता है।
निधि ने बताया, "हम छात्रों के मस्तिष्क के पैटर्न को समझने और फिर उन्हें सीखने के कुशल तरीके प्रदान करने पर काम कर रहे है।"
ईईजी-आधारित टेक्नोलॉजी का उपयोग करके, एनईएमए एआई पैटर्न को समझने और अध्ययन करने के लिए पेटेंट- पेंडिंग अप्रोच की शुरुआत करता है। न्यूरोडायवर्जेंट छात्रों को आवश्यक कौशल प्रदान करने, उन्हें नौकरी के लिए अधिक तैयार करने में मंच की सफलता, शिक्षा से जुड़ी आवश्यकताओं को संबोधित करने में एआई की शक्ति का ही प्रमाण है।
WE-Hub का विज़न: विविध महिलाएं AI स्टार्टअप का नेतृत्व कर रही है
टी-हब के सीईओ, श्रीनिवास राव महानकाली ने एआई स्टार्टअप में महिलाओं की गतिशील भूमिका पर प्रकाश डाला और क्षेत्र के भीतर व्यापक अवसरों पर जोर दिया। ओपनएआई में हाल ही बदलावों पर चर्चा करते हुए, उन्होंने महिलाओं की बढ़ती प्रमुखता पर जोर दिया और मीरा मुराती के एंटरिम सीईओ बनने की बात भी की।
उन्होंने कहा, "जिन एंटरप्रेन्योर्स के साथ हम काम करते हैं उनके समुदाय में वे जिन व्यवसायों में लगे हुए हैं उनमें बहुत विविधता मौजूद है।"
महानकाली ने महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप की विविधता को दर्शाया, साकेथा पिंगली के "स्मार्ट फार्मा" से लेकर विजयदुर्गा कोपिसेट्टी के "आर्किट्यूड" तक, उन क्षेत्रों की व्यापकता को प्रदर्शित किया जहां महिला एंटरप्रेन्योर्स अपना प्रभाव डाल रही है - चिकित्सा और ईवी से लेकर सस्टेनेबल बिल्डिंग टेक्नोलॉजी तक।
महानकली ने एआई की दुनिया में इनोवेशन एवं डाइवर्सिटी को बढ़ावा देने के लिए टी-हब के वादे को को दर्शाते हुए एआईएमएल सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस को शुरू करने की योजना भी बताइए।
रमा देवी लंका द्वारा सहयोगिता का विकास
इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज, तेलंगाना की निर्देशक रमा देवी लंका ने टेक इंडस्ट्री में महिलाओं के बीच कम्युनिटी सपोर्ट, सहयोग और नेटवर्किंग के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने STEM में प्रतिनिधित्व की ऐतिहासिक कमी को स्वीकार किया और महिलाओं को क्षेत्र के भीतर अपना समुदाय बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। सुश्री लंका ने ऐसे स्थान उपलब्ध कराने के लिए शी द पीपल टीवी और सोशल मीडिया समूहों जैसे प्लेटफार्मों की सराहना की, जहां महिलाएं एक दूसरे से जुड़ सके, संवाद कर सके और सहयोग कर सके एक दूसरे के तरफ सहायता का हाथ बढ़ाकर।
उन्होंने कहा, "शीदपीपल टीवी जैसे प्लेटफॉर्म या विभिन्न समुदाय और समूह जहां ऐसी ही महिलाएं काम करते है जो एक दूसरे का सहयोग कर और नेटवर्क बनाना चाहते है, इससे समुदाय को पूरी तरह से लाभ होगा।"
9वें डिजिटल वीमेन अवार्ड पैनल चर्चा में एआई में महिलाओं के योगदान का बहुमुखी दृष्टिकोण प्रस्तुत किया गया। न्यूरोडायवर्सिटी को संबोधित करने के लिए एनईएमए-एआई के इनोवेशन से लेकर विविध स्टार्टअप पर वीई-हब की स्पॉटलाइट और सामुदायिक निर्माण के लिए रमा देवी लंका के पुकार तक, इस पैनल ने टेक इंडस्ट्री में विशाल क्षमता के ऊपर रोशनी डाली।
जैसे ही चर्चा समाप्त हुई, निधि के शब्द गूंज उठे - प्रश्न पूछने, साधनों का लाभ उठाने, सहयोग करने, नेटवर्क बनाने और सामूहिक रूप से चुनौतियों पर काबू पाने के बारे में। यह आयोजन एआई क्षेत्र में महिलाओं द्वारा की जा रही प्रगति और उद्योग को आगे बढ़ाने वाली सहयोग करने की भावना का प्रमाण है।
जबकि महिला एंटरप्रेन्योर्स तकनीकी प्रगति में सबसे आगे रही है, उनकी उपलब्धियों को अक्सर मान्यता नहीं मिली है। पिछले नौ वर्षों से, SheThePeople इस अंतर को मिटाने और और उन महिलाओं को आगे लाने के लिए काम कर रहा है जिन्होंने एंटरप्रेन्योरशिप के साथ टेक्नोलॉजी में महत्वपूर्ण बदलाव किए है।