भारतीय समाज में शुरू से अरेंज मैरिज को ही आदर्श समझा जाता है। रूढ़िवादी सोच के लोगों के लिए लव मैरिज एक अपराध से कम नहीं है। लेकिन अरेंज मैरिज भी किसी डेटिंग एप से कम नहीं होती। क्योंकि जिस तरह अरेंज मैरिज करने के लिए लाइफ पार्टनर को ढूंढा जाता है वह किसी डेटिंग एप की इंक्वायरी से कम नहीं।
लेकिन अरेंज मैरिज में अधिकतर महिलाओं की सहमति शामिल नहीं होती है। इसके अलावा भी अरेंज मैरिज के बारे में और इससे जुड़ी कुछ चीजें हैं जिन्हें शायद हर महिला बदलना चाहती है। अरेंज मैरिज में जब लड़के के लिए किसी लड़की को ढूंढा जाता है तो लोग लड़की की जांच एक व्यक्ति की तरह नहीं बल्कि एक वस्तु की तरह करते हैं। जिसका रंग, कद काठी और गुण सब कुछ उपभोक्ता के अनुसार हो।
1. जांच पड़ताल
हम सभी को यह बिल्कुल पसंद नहीं जब आंटियां हमारी चॉइसेज और आदतों पर सवाल उठाते हैं या कोई जजमेंट देती है। आपको भी इस बात के दर्द का अंदाजा होगा। इसलिए आप भी अरेंज मैरिज करने वाले लोगों के साथ ऐसा ही बर्ताव करना बंद कर दीजिए। यह उनकी चॉइस है, आपको इसमें दखल देने की कोई जरूरत नहीं।
2. यह एंटी फेमिनिस्ट नहीं है
अगर कोई लड़की अपनी मर्जी से अरेंज मैरिज करना चाहती है तो आपको उसकी इस चॉइस पर सवाल नहीं उठाना चाहिए। फेमिनिज्म का मतलब होता है चॉइस की आजादी। इसलिए किसी लड़की की सोचे समझे इतने बड़े फैसले पर आप उसे एंटी फेमिनिस्ट मत करार कर दीजिए। क्योंकि यह उसकी चॉइस है।
3. आज़ादी नहीं छोड़नी
लोगों को लगता है कि अरेंज मैरिज का मतलब होता है एक लड़के और उसके परिवार ने एक लड़की को खरीद लिया है। उस लड़की को एक वस्तु की तरह ट्रीट किया जाता है जिसके मालिक उसके पति और परिवार है। लेकिन यह गलत है क्योंकि एक लड़की भी इंसान है कोई वस्तु नहीं।
एक रिश्ते में पति और पत्नी दोनों की बराबर अहमियत होती है इसलिए दोनों को बराबर का सम्मान भी मिलना चाहिए। अगर परिवार मे पुरुष अपनी पत्नी को डोमिनेट करने की कोशिश करेगा तो यह रिश्ता अपना दम तोड देगा।
4. कोई डेटिंग नहीं होती
पहली नजर में प्यार जैसी कोई चीज नहीं होती है। यह केवल बॉलीवुड द्वारा लोगों को भ्रमित किया जाने वाला वाक्य है। एक अरेंज मैरिज एक रिलेशनशिप से बहुत अलग होती है। इसमें आप एक दूसरे को बिना जाने ही जिंदगी भर का रिश्ता जोड़ लेते हैं। लेकिन आपको अपना बॉन्ड बनाना चाहिए। डेट पर जाएं, फोन पर बात करें, एक दूसरे की पसंद नापसंद को जाने और एक दूसरे को समझने की कोशिश करें।
5. बड़े कॉम्प्रोमाइज की ज़रूरत नहीं
ऐसा माना जाता है कि अरेंज मैरिज में महिलाओं को कॉम्प्रोमाइज करना चाहिए। लेकिन नहीं, आपको कंप्रोमाइज करने की कोई जरूरत नहीं है। अगर आपको खाना बनाना पसंद नहीं है तो मत बनाइए और अपने मनपसंद की स्किल्स सीखिए। हर समस्या का कोई समाधान होता है, आपकी समस्या का भी हो जाएगा। अगर आपका पार्टनर इस बात को नहीं समझता है तो वह आपके लिए सही लाइफ पार्टनर है ही नहीं।