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9 साल की अर्शिया ने उठाया 75 किलो वजन! हरियाणा की चैंपियन ने तोड़े रूढ़िवादी विचार

हरियाणा की 9 वर्षीय अर्शिया गोस्वामी ने 75 किलो वजन उठाकर सभी को चौंका दिया है। अर्शिया ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी अपना नाम दर्ज कराया है। पढ़ें अर्शिया की कहानी और कैसे वह समाज में बदलाव ला रही हैं।

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Vaishali Garg
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9 साल की अर्शिया ने उठाया 75 किलो वजन

Image Credit: Arshia Goswami Via Instagram

9 Year Old Weightlifter Arshia Goswami Makes India Book of Records with 75 Kg Deadlift: हरियाणा के पंचकूला से ताल्लुक रखने वाली 9 वर्षीय अर्शिया गोस्वामी ने अपने अद्भुत प्रदर्शन से इंटरनेट पर धूम मचा दी है। अर्शिया ने 75 किलो वजन का डेडलिफ्ट उठाकर सभी को चौंका दिया है। 

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लंबे समय से हरियाणा एक ऐसा राज्य रहा है, जो खेल के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के माध्यम से अपनी ताकत और जुनून का परिचय देता रहा है। अर्शिया द्वारा वजन उठाते हुए बनाया गया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसने उनकी अजेय शक्ति और अपने लक्ष्य के प्रति समर्पण को दर्शाया। वायरल हो रहे वीडियो के कैप्शन में लिखा है, "अर्शिया गोस्वामी द्वारा 75 किग्रा (165 पाउंड) का डेडलिफ्ट।"

इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज कराने वाली अर्शिया गोस्वामी

इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के अनुसार, अर्शिया को सिर्फ 6 साल, 11 महीने और 27 दिन की उम्र में 'सबसे कम उम्र की डेडलिफ्टर' का खिताब मिला था। उनकी इस अद्भुत उपलब्धि में 45 किलो वजन उठाना शामिल था। उनकी इस असाधारण उपलब्धि को देखते हुए, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने 28 दिसंबर, 2021 को आधिकारिक तौर पर उनकी इस उपलब्धि को दर्ज किया।

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अर्शिया की वेटलिफ्टिंग की शुरुआत

वेटलिफ्टिंग के क्षेत्र में अर्शिया की रुचि साल 2020 में महामारी के कारण लगे पहले लॉकडाउन के दौरान जगी थी। चूंकि उनके पिता, जो खुद भी फिटनेस फ्रीक हैं, उस दौरान घर पर थे, तो उन्होंने अर्शिया को वेटलिफ्टिंग की प्रेरणा दी। अर्शिया के सोशल मीडिया अकाउंट्स उनके पिता द्वारा संचालित किए जाते हैं, जो अक्सर उनके असाधारण कौशल का प्रदर्शन करने वाले वीडियो पोस्ट करते रहते हैं।

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बदलता हुआ समाज और अर्शिया जैसी बालिकाओं की भूमिका

आज समाज में लड़कियां बंधनों को तोड़ रही हैं और न केवल नाम के लिए बल्कि सचमुच खुद को बराबरी साबित कर रही हैं। जबकि कुछ लोग अभी भी मानते हैं कि महिलाओं को डरपोक, कमजोर और शर्मीला होना चाहिए, अर्शिया जैसी छोटी लड़कियां अपने रिकॉर्ड- तोड़ प्रदर्शन के साथ इन रूढ़िवादी मान्यताओं को चूर-चूर कर रही हैं।

अर्शिया का प्रदर्शन इस बात का एक प्रमाण है कि समाज के लिए अब महिला एथलीटों की उल्लेखनीय उपलब्धियों को स्वीकार करने का समय आ गया है, जिससे उन्हें एक खिलाड़ी और एक व्यक्ति के रूप में उनके विकास और उन्नति को प्रोत्साहन मिल सके। उनकी शारीरिक बनावट या लिंग के बजाय उनकी प्रतिभा और उपलब्धियों पर ध्यान केंद्रित करके, हमें सभी खिलाड़ियों के लिए, चाहे उनका लिंग कुछ भी हो, एक अधिक समावेशी खेल संस्कृति बनाने की आवश्यकता है। 

अर्शिया गोस्वामी Weightlifter India Book of Records Arshia Goswami 9 year old weightlifter
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