Army Day Special : हर साल 15 जनवरी को मनाया जाने वाला भारतीय सेना दिवस न सिर्फ राष्ट्र की रक्षा करने वाले वीर जवानों का सम्मान है, बल्कि उन कदमों का भी जश्न है जो सेना को और अधिक समावेशी बना रहे हैं। आज के दौर में भारतीय सेना में महिलाओं की भूमिका तेजी से बढ़ रही है, वो अब केवल चिकित्सा सेवाओं या संचार तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि युद्धपोत चलाने से लेकर लड़ाकू विमान उड़ाने तक, हर मोर्चे पर कंधे से कंधा मिलाकर देश की रक्षा कर रही हैं।
भारतीय सेना में महिलाओं का बढ़ता योगदान
पथप्रदर्शक का सफर
भारतीय सेना में महिलाओं के शामिल होने का इतिहास 1992 से शुरू होता है, जब उन्हें पहली बार शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत शामिल किया गया था। धीरे-धीरे महिलाओं को स्थायी कमीशन और अधिक जिम्मेदारियां मिलने लगीं। 2015 में पहली महिला फाइटर पायलटों को शामिल किया गया, 2019 में महिलाओं को सैन्य पुलिस में शामिल किया गया और 2023 में पहली महिला सैन्य टुकड़ी भी अग्निपथ योजना के तहत शामिल हुई। ये उपलब्धियां न केवल महिलाओं के सशक्तिकरण की मिसाल हैं, बल्कि देश की रक्षा क्षमता को भी बढ़ाती हैं।
अवसर और चुनौतियां
सेना में महिलाओं के लिए नए रास्ते खुलने के साथ ही चुनौतियां भी मौजूद हैं। शारीरिक प्रशिक्षण, सामाजिक मान्यताओं का सामना और परिवारिक जिम्मेदारियों का संतुलन बनाना कुछ प्रमुख चुनौतियां हैं। हालांकि, सेना लगातार महिलाओं के लिए बेहतर वातावरण बनाने का प्रयास कर रही है। बेहतर बुनियादी ढांचा, महिला अधिकारियों की नियुक्ति और संवेदनशील प्रशिक्षण कार्यक्रम इन प्रयासों के कुछ उदाहरण हैं।
आप कैसे जुड़ सकते हैं?
अगर आप भी देश की सेवा में योगदान देना चाहते हैं और सेना का हिस्सा बनने का सपना देखते हैं, तो आपके लिए कई रास्ते खुले हैं। भारतीय सेना में शामिल होने के लिए विभिन्न प्रकार की प्रवेश परीक्षाएं होती हैं, जिनमें से कुछ विशेष रूप से महिलाओं के लिए आयोजित की जाती हैं। शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहना, अनुशासन और दृढ़ संकल्प रखना आवश्यक है। इसके अलावा, एनसीसी जैसे कार्यक्रमों में भाग लेना भी सेना में शामिल होने की तैयारी के लिए अच्छा अनुभव प्रदान करता है।
वीरांगनाओं को सलाम
भारतीय सेना में महिलाओं की बढ़ती भूमिका एक सकारात्मक बदलाव है। उनकी वीरता, समर्पण और राष्ट्रभक्ति सभी के लिए प्रेरणा है। आइए हम इन वीरांगनाओं को सलाम दें और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करें।
भविष्य की किरण
हाल के वर्षों में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी के साथ, भारतीय सेना का भविष्य और अधिक समावेशी और मजबूत दिखाई देता है। यह बदलाव न केवल महिलाओं के अधिकारों को मजबूत करेगा, बल्कि देश की रक्षा क्षमता को भी बढ़ाएगा। आइए हम उम्मीद करें कि आने वाले वर्षों में भारतीय सेना में महिलाओं की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण होती जाएगी और वे राष्ट्र की रक्षा में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते रहेंगे।