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Photograph: (Agency Photo Via India Today)
जहां आज भी समाज का एक बड़ा वर्ग यह सोचता है कि महिलाएं सिर्फ रसोई और घर-परिवार तक ही सीमित हैं, वहीं कश्मीर की बेटी अतीका मीर (जन्म 2014, श्रीनगर) ने इस धारणा को तोड़ते हुए एक नई पहचान बनाई है। महज 10 साल की उम्र में अतीका ने अपने जुनून और मेहनत के दम पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की कार्टिंग रेसिंग में अपनी छाप छोड़ी है। अतीका यह साबित कर चुकी हैं कि अगर हौसले बुलंद हों तो उम्र और परंपरागत सोच किसी भी सपने के आड़े नहीं आ सकते। चलिए आज उनके सफर और उपलब्धियों के बारे में बात करते हैं।
मिलिए 10 साल की भारत और एशिया की पहली महिला फ़ॉर्मूला 1 रेसर Atiqa Mir से
पिता से प्रेरणा
अतीका के पिता आसिफ मीर ने साल 2000 में भारत के पहले नेशनल कार्टिंग चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था। अब उनकी बेटी भी पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए वही राह चुन रही है। अतीका कहती हैं कि उनके पापा ही उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा स्रोत हैं।
अतीका ने कहा, "मेरे पापा इंडिया के पहले नेशनल कार्टिंग चैंपियन थे। बचपन से ही मुझे कारें पसंद थीं और पापा की ट्रॉफियाँ देखकर मुझे भी रेसिंग का शौक हुआ।"
6 साल की उम्र में शुरुआत
अतीका ने 6 साल की उम्र में दुबई में कार्टिंग शुरू की। वे 2022–23 में UAE IAME नेशनल चैम्पियनशिप (Mini R) की वाइस चैंपियन रहीं। 2024 में अतीका पहली भारतीय महिला बनीं, जिसने Rotax Euro Trophy Finals (South Garda, Italy) के लिए क्वालीफाई किया। उसी साल Le Mans, France में आयोजित Rotax Max Challenge International Trophy (RMCIT) में Micro Max कैटेगरी की रेस जीतकर वह दुनिया की पहली महिला बनीं, जिसने उस दौड़ में जीत का स्वाद चखा।
अतीका का कहना है, "मुझे माइलस्टोन और रिकॉर्ड्स की ज़्यादा परवाह नहीं है। रेसिंग मुझे खुशी देती है और मैं बस अपना बेस्ट करना चाहती हूँ, चाहे मैं लैप रिकॉर्ड तोड़ पाऊँ या नहीं"।
नए मुकाम
2025 में अतीका ने इटली की फेमस Babyrace Driver Academy को जॉइन किया और WSK Karting Series (Super Master, Euro Series, Final Cup) में हिस्सा लिया। वे Mini वर्ग में ग्रिड की इकलौती महिला हैं और 60 से ज़्यादा ड्राइवरों के बीच उतर रही हैं।
उन्हें F1 Academy “Discover Your Drive” प्रोग्राम के लिए चुना गया। इस तरह वह भारत और एशिया की पहली महिला और सबसे कम उम्र की चुनी गई रेसर हैं। हाल ही में उन्होंने Kartmasters GP (UK) तथा Rotax Euro Trophy Finals (Italy) में भी अच्छा प्रदर्शन किया।
कड़ी मेहनत और संतुलन
अतीका दिन में पढ़ाई और कड़ी ट्रेनिंग (स्कूल, कार्डियो, स्ट्रेंथ), साथ ही मानसिक प्रैक्टिस करती हैं। अपने दृढ़ संकल्प और जुनून के साथ वे दुनियाभर की लड़कियों और बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं।