First Woman Officer To Command INS Trinkat: आज के समय में महिलाएं हर क्षेत्र आगे बढ़ रही हैं। ऐसी ही एक खबर भारतीय नेवी की तरफ से आई है, जो महिलाओं के लिए बहुत गर्व की बात है। भारतीय नेवी में पहली बार महिला अफसर, कमांडिंग वाॅरशिप ऑफिसर की कमान संभालेगी। शुक्रवार को इसकी जानकारी नेवी अफसर एडमिरल आर. हरि कुमार ने दी।
पहली बार महिला अधिकारी संभालेंगी INS Trinkat की कमान
Indian Express की स्रोतों की बातचीत के अनुसार, ऐसा पहली बार है कि कोई महिला लेफ्टिनेंट कमांडर अधिकारी, वेस्टर्न सीबोर्ड पर स्थित एक फ़ास्ट ट्रैक क्राफ्ट-आईएनएस त्रिकंट की कमान संभालेगी। क्राफ्ट को संभालने से पहले उन्हें प्री कमिशन ट्रैनिग कर रही है।
नेवी अफसर एडमिरल आर. हरि कुमार ने योग्यता और परीक्षा की बारीकियों पर प्रकाश डाला, जिन्हें ऑफिसर को यह प्रतिष्ठित भूमिका हासिल करने से पहले गुजरना पड़ा। अधिकारी को अपने कमांड पोस्ट में निर्बाध परिवर्तन सुनिश्चित करने के लिए प्री-कमीशन ट्रैनिग से गुजरना होगा।
Indian Navy appoints first woman commanding officer in naval ship https://t.co/AoeC2M3NvW
— Rajnathsingh_in (@RajnathSingh_in) December 2, 2023
श्रेष्ठता के प्रति नौसेना की कमिटमेंट का प्रतीक आईएनएस त्रिकंट, सितंबर 2000 में कमीशन किया गया। अंडमान और निकोबार आइलैंड में एक द्वीप के नाम पर रखा गया यह शिप लगभग 50 लोगों के क्रू होता है। एंटी-सरफेस और एंटी एयर गन के साथ-साथ मध्यम और भारी मशीनगनों से लैस, आईएनएस त्रिकंट, हाई स्पीड पर काम करने की क्षमता रखता है। इसका मोटो "स्केलिंग न्यू होराइजन", आर्म्ड फोर्सेज के भीतर जेंडर इंटीग्रेशन में महत्वपूर्ण प्रगति के साथ प्रतिध्वनित होता है।
जेंडर इंटीग्रेशन जोरों पर है
कमांडर कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि सबमरीन आर्म सर्विस में महिलाओं के शामिल होने पर कोई रोक नहीं है। तैनाती से पहले वालंटियर को एप्टीटुड टेस्ट और कठोर ट्रेनिंग से गुजरना पड़ता है, जो समान अवसरों के प्रति नौसेना की कमिटमेंट को प्रदर्शित करता है। यह घोषणा "अग्निपथ रिक्रूट स्कीम" के तहत महिलाओं को नाविकों के रूप में शामिल करने के नौसेना के फैसले के बाद आई है, जो एक अहम कदम है जो नौसेना की "सभी भूमिकाएं, सभी रैंक" सोच को रेखांकित करता है।