Manisha Padhi First Female ADC Of India: आज के समय में महिलाएं हर क्षेत्र में अपना नाम बना रही हैं। इस बीच भारत को अपनी पहली महिला एडीसी मिल गई है। स्क्वाड्रन लीडर मनीषा पाधी IAF 2015 बैच को मिजोरम के राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कंभमपति के एडीसी नियुक्त किया गया है। यह पूरे देश के लिए गर्व की बात है। मनीषा भारत की पहली महिला इंडियन आर्म्ड फोर्स ऑफिसर हैं जिन्हें देश के गवर्नर का एडीसी नियुक्त किया गया है। आधिकारिक तौर पर यह सेरेमनी राजभवन, आइजोल में 29 नवंबर में हुई थीं
First Female ADC: IAF ऑफिसर मनीषा पाधी बनी भारत की पहली महिला एडीसी
इस मौके पर उन्हें राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कंभमपति ने बधाई दी। उन्होंने X अकाउंट पर लिखा, "मिजोरम के राज्यपाल के सहयोगी-डी-कैंप (एडीसी) के रूप में नियुक्त होने पर स्क्वाड्रन लीडर मनीषा पाधी को हार्दिक बधाई"।
Hearty Congratulations to Sqn Leader Manisha Padhi for being appointed as Aide-De-Camp(ADC) to the Governor of Mizoram.
— Dr. Hari Babu Kambhampati (@DrHariBabuK) November 29, 2023
Sqn Leader Manisha is India’s first Woman Indian Armed Forces officer to be appointed as Aide-De-Camp(ADC) to the Governor in the country.
My best wishes to… pic.twitter.com/LYUuimFTjM
तीन नामों में से महिला ऑफिसर का चुनाव: राज्यपाल
समाचार एजेंसी से बात करते हुए राज्यपाल ने कहा, "राज्यपाल के एडीसी के रूप के लिए डिफेंस मिनिस्टरी से तीन नाम आए थें, जिनमें से एक को नियुक्त किया जाना था। तीन नामों में से एक महिला अधिकारी, स्क्वाड्रन लीडर मनीषा पाधी हैं। हमने उन्हें एडीसी (एड-डी-कैंप) के रूप में नियुक्त किया है।
#WATCH | Aizawl | Mizoram Governor Dr. Hari Babu Kambhampati says, "Ministry of Defence suggested three names, one of whom to be appointed as ADC to Governor. Out of three names, one is a woman officer, Squadron Leader Manisha Padhi. We appointed her as ADC (Aide-De-Camp). PM has… pic.twitter.com/df3YSBCqXJ
— ANI (@ANI) December 6, 2023
कौन हैं मनीषा पाधी
27 साल की मनीषा पाधी का जन्म 24 जुलाई 1996 को ओडिशा के गंजम जिले के बेरहामपुर ज़िले में हुआ। इन्होंने अपनी पढ़ाई सीवी रमन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, भुवनेश्वर से की है। इस पोस्टिंग से पहले स्क्वाड्रन लीडर के तौर पर मनीषा पाधी एयरफोर्सज बेसिस बिदर, पुणे और बठिंडा में तैनात थी। इनके पिता भी आर्मी बैकग्राउंड से संबंध रखते हैं।
जानिए एडीसी टाइटल के बारे में
ऐड-डी-कैंप के ऑफिसर्स राष्ट्रपति, राजयपाल और सेना प्रमुख आदि को असिस्ट करने का काम करते हैं।