ब्रेस्ट आयरनिंग को ब्रेस्ट फ्लैटनिंग भी कह सकते हैं। इसका मतलब होता है किसी बच्ची की ब्रेस्ट को स्त्री करके या किसी भारी वस्तु से दबाकर बढ़ती हुई ब्रेस्ट को रोकना। ब्रेस्ट को महिलाओं का सेक्सुअल ऑर्गन माना जाता है जो वैज्ञानिक दृष्टि से सच नहीं है। लेकिन पुरुषों ने इसे अपनी सेक्सुअल डिजायर हो पूरा करने के लिए सेक्सुअल ऑर्गन बना दिया।
किसी लड़की की ब्रेस्ट आयरनिंग उसकी करीबी महिला जैसे मां, दादी या चाची द्वारा की जाती है। उनसे पूछने पर यह पता चलता है कि वह यह अपनी बच्ची को पुरुषों की गंदी नजर और सेक्सुअल हरासमेंट और रेप से बचाने के लिए कर रही हैं। वे नहीं चाहते कि किसी पुरुष की वजह से उनकी बेटी प्रेग्नेंट हो जाए और उनके परिवार की बदनामी हो। वे किसी और की गलती की सजा अपनी बेटी को दे रहे हैं।
कैमरून में है प्रचलित
ब्रेस्ट आयरनिंग कैमरुन के कई भागों में प्रचलित है। यहां लड़कों और आदमियों को यह लगता है कि अगर किसी लड़की की ब्रेस्ट पनपने लगी है तो वह अब सेक्स के लिए तैयार है। अपनी लड़कियों को गंदी सोच वाले आदमी के हाथों का खिलौना बनने से रोकने के लिए उनकी मां ब्रेस्ट आयरनिंग करके अपनी बेटी की ब्रेस्ट को ग्रोथ करने से रोक देती है।
इसी वजह से कैमरून डायस्पोरा बढ़ रहा है। इसका मतलब है कि कैमरून से दूसरे देशों में पलायन करने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। वे ब्रिटेन जैसे देशों में पलायन करते हैं जहां कानून की नजरों में रेप कानूनन अपराध है।
दर्दनाक तरीके से करते हैं ब्रेस्ट आयरनिंग
ब्रेस्ट आयरनिंग करने के लिए साधारण तौर पर लकड़ी के गट्टे का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा पत्तियां, केले, कोकोनोट शेल, पिसे हुए पत्थर और कोयले पर गर्म किया हुआ हथोड़ा आदि जैसे औजार भी लड़कियों की ब्रेस्ट आयरनिंग करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
अगर हाथ पर थोड़ी सी गरम चाय भी गिर जाए तो दिल की धड़कन रुक जाती हैं। फिर यह तो कोयले पर गर्म किया हुआ हथोड़ा है जिससे ब्रेस्ट को बेदर्दी के साथ दबा दिया जाता है। लड़कियों की यह दर्दनाक स्थिति देखकर इस समाज पर दया आती है।
कहते हैं एजुकेशन एक व्यक्ति के लिए वरदान है। लेकिन कैमरून की इन लड़कियों के लिए इस वरदान की सजा बहुत बड़ी है। जी हां, ब्रेस्ट आयरनिंग का एक कारण यह भी है कि महिलाएं चाहती हैं कि उनकी बेटी सुरक्षित होकर पढ़ाई कर सकें।
प्राइवेट जगह पर की जाती है
लड़कियों की ब्रेस्ट आयरनिंग किसी प्राइवेट जगह या फिर रसोई में सबसे छुपा कर की जाती है खास तौर पर घर के पुरुषों से। यह प्रक्रिया 1 हफ्ते से कुछ महीनों के बीच में कभी भी की जा सकती है। यह ब्रेस्ट की अवरोध शक्ति पर निर्भर करता है कि उसे कितनी आयरनिंग इनकी जरूरत।
अगर किसी की ब्रेस्ट का आकार बढ़ता ही जा रहा है तो उस पर यह प्रक्रिया दिन में कम से कम एक बार दोहराई जाती है। यह सिलसिला प्रक्रिया के पूरे हो जाने तक इसी तरह चलता रहता है।