ChangesInFemaleBodyAfterHavingSex: सभी के जिंदगी में सेक्स एक नेचुरल प्रोसेस होता है, जो शारिरिक, मानसिक और भावनात्मक पहलू में शामिल होता है। इस दौरान महिलाओं के शरीर में बहुत सारे बदलाव देखने को मिलते हैं। सेक्स के शारीरिक स्वास्थ्य पर बहुत प्रभाव डालता है यह तनाव को काम करता है और साथ ही हृदय के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखना है। इस प्रक्रिया के दौरान शरीर में हार्मोन का परिवर्तन होता है जो Intimacy को बढ़ावा देता है। इस दौरान महिलाओं के शरीर में कुछ बदलाव होते है जिसे पड़ावों में विभाजित किया गया है। आइए जानते हैं Sex के 4 पड़ावों को।
Sex के 4 प्रमुख पड़ाव
1. Excitement
सेक्स के दौरान शरीर में ब्लड फ्लो तेजी गति से बढ़ जाता है जिसकी वजह से Vagina के परत में सूजन आ सकती है। सेक्स के दौरान Vagina स्किन स्मूथ हो जाता है। ब्रेस्ट समान आकर से बड़ा और सेंसेटिव हो जाता है। वही इस चरण के दौरान महिला अपने पार्टनर के प्रति आकर्षित हो जाती है और एक्साइटमेंट की भावना बढ़ाते जाती है। इस प्रक्रिया के दौरान महिला में सकारात्मक विचार होते है।
2. Plateau
दूसरे पड़ाव में वेजाइनल एरिया संवेदनशीलता के उच्च चरण पर होता है। शरीर में मांसपेशियों का तनाव बढ़ जाता है साथ ही यह चरण सेक्स में होने वाले Sensations को अधिक बढ़ा देता है। इस प्रोडक्ट में महिला आनंद की ओर बढ़ती है लेकिन रिलैक्सेशन से थोड़ा पीछे रहती हैं। इस दौरान महिलाएं अपने फिलिंग्स को अधिक Express करती है।
3. Climax
Climax या Orgasm के दौरान हृदय की गति तीव्र हो जाती है जिससे शरीर में ऊर्जा का संचार उच्च मात्रा में होता है। इस दौरान वेजिना के मांसपेशियों में संकोचन होता है जो 5 से 20 सेकेंड तक होता है। इस प्रक्रिया के दौरान हैप्पी हार्मोन रिलीज होते हैं जो महिला को उनके पार्टनर के और निकट ले जाते हैं। इसमें महिलाओं को गहरे संतोष और सुख का अनुभव होता है।
4. Resolutions
Resolutions सेक्स का लास्ट पड़ाव होता है जिसमें महिला धीरे-धीरे अपने नॉर्मल स्थिति में लौटी हैं जिससे मांसपेशियों का तनाव कम होता है और साथ ही ब्लड फ्लो लेवल भी नॉर्मल हो जाता है। महिलाओं को इस दौरान आराम की आवश्यकता या तो फिर खुशी का अनुभव होता है। आराम के बाद महिलाएं सामान्य रूप में आ जाती हैं और अत्यंत खुशी का अनुभव करती हैं।