Sexual Health: जानें STD से जुड़ी आम मिथक जिनका सच जानना बहुत जरूरी है

STD को लेकर स्टिग्मा भी बहुत है जिसके कारण इसे शर्मिंदगी का विषय माना जाता है। इस स्टिग्मा के कारण लोगों के बीच इसके बारे में गलत धारणाएं भी बहुत पैदा होती हैं जिसके बारे में आज हम बात करेंगे

author-image
Rajveer Kaur
एडिट
New Update

Debunking Common Myths About STDs: STD यानि सेक्सुअली ट्रांसमिटड डिजीज वे बीमारियाँ हैं जो मुख्य रूप से यौन संपर्क (Sexual Contact) के जरिए एक व्यक्ति से दूसरे में फैलती हैं। ये रोग बैक्टीरिया, वायरस या परजीवियों के कारण हो सकते हैं। यौन संपर्क में वजाइनल, ओरल और एनल सेक्स शामिल है। इसके साथ ही लोगों में इसको लेकर स्टिग्मा भी बहुत है जिसके कारण इसे शर्मिंदगी का विषय माना जाता है। इस स्टिग्मा के कारण लोगों के बीच इसके बारे में गलत धारणाएं भी बहुत पैदा होती हैं जिसके बारे में आज हम बात करेंगे-

जानें STD से जुड़ी आम मिथक जिनका सच जानना बहुत जरूरी है

ओरल सेक्स से STD नहीं हो सकती

Advertisment

यह एक मिथ है। ओरल सेक्स के जरिए भी STD फैल सकती है जैसे हर्पीस, सिफलिस, गोनोरिया और HPV (ह्यूमन पैपिलोमावायरस) जैसे डिजीज ओरल सेक्स के दौरान मुंह, गले या जननांगों के संपर्क से फैल सकते हैं। हालांकि यह रिस्क वजाइनल या एनल सेक्स की तुलना में कम हो सकता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि इससे कोई खतरा नहीं है।

सभी STD का इलाज संभव है

यह भी पूरी तरह सच नहीं है। कुछ STD, जो बैक्टीरिया से होते हैं जैसे गोनोरिया, सिफलिस और क्लैमाइडिया का इलाज एंटीबायोटिक्स से संभव है। वहीं पर वायरस से होने वाली STD, जैसे कि HIV, हर्पीस और HPV, का पूरी तरह इलाज संभव नहीं है। यह पूरी जिंदगी आपके साथ रहती हैं। इनके लक्षणों को मेडीकेशन से कंट्रोल किया जा सकता है, लेकिन ये शरीर से पूरी तरह खत्म नहीं होतीं।

कंडोम के इस्तेमाल से STD नहीं होती

यह धारणा भी गलत है। ऐसा बहुत सारे लोग सोचते हैं कि अगर कंडोम का इस्तेमाल किया है तो डरने की कोई जरूरत नहीं। कंडोम STD के रिस्क को बहुत हद तक कम कर सकता है, लेकिन 100% सेफ्टी की गारंटी नहीं होती। यह भी जानना जरूरी है कि हर्पीस और HPV जैसे रोग त्वचा के संपर्क से भी फैल सकते हैं। ऐसे में जो एरिया कंडोम से बाहर होता है तो इससे रोग फैल सकता है। यह बिल्कुल नहीं है कि आपको कंडोम को स्किप करना है। सुरक्षित सेक्स के लिए यह बहुत जरूरी है।

केवल मल्टीपल पार्टनर होने से ही STD होती है

Advertisment

ऐसा नहीं है। यह धारणा बहुत ज्यादा आम है कि अगर किसी व्यक्ति के एक से ज्यादा पार्टनर होते हैं तो तभी सेक्सुअल ट्रांसमीटर डिजीज हो सकता है लेकिन सच्चाई कुछ और है। STD एक ही पार्टनर होने के बावजूद भी तब सकती है जब पार्टनर पहले से संक्रमित हो। यह समझना जरूरी है कि STD पार्टनर्स की संख्या से नहीं, बल्कि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से फैलती है। इसलिए यह सोचना गलत है कि सिर्फ मल्टीपल पार्टनर होने से ही STD का खतरा होता है।

STD केवल एक बार होती है

यह गलतफहमी भी आम है। कुछ STD जैसे गोनोरिया और क्लैमाइडिया इलाज होने के बावजूद भी बार-बार हो सकती है। इसके साथ ही अगर इलाज पूरा न हो या फिर से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आप दुबारा आ जाते हैं तो आपकी लाइफ में इसके लक्षण बार-बार वापस आ सकते हैं।

STD सिर्फ सेक्स के माध्यम से ही होती है

यह पूरी तरह सच नहीं है। हालांकि STD का मुख्य कारण यौन संपर्क (Sexual Contact) होता है, लेकिन कुछ अन्य तरीकों से भी इसका फैलाव हो सकता है। HIV संक्रमित सुई या खून के जरिए, गर्भावस्था के दौरान माँ से बच्चे में, kissing, सेक्स टाॅयज शेयर करने से ब्रेस्टफीडिंग या फिर किसी को खून देने से भी फैल सकती है।

Advertisment

Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।