All About Orgasm: सेक्स हमारे समाज में एक टैबू टॉपिक है जिसके बारे में कम बात की जाती है, जिसके कारण जब हम पहली बार सेक्स करते हैं तो हमारे मन में डर भी होता है और सही जानकारी भी नहीं होती। चलिए जानते हैं कि पहली बार सेक्स करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
पहली बार सेक्स करने से पहले जान लें ये जरूरी बातें
(Everything You Need To Know About Before First Time Sex)
सेक्स के दौरान महिलाओं के शरीर के साथ क्या होता है?
Excitement
इस पड़ाव में हार्टबीट बढ़ने लगती है और पल्स बहुत तेज हो जाती है। हार्ट रेट के बढ़ने के कारण फेफड़ों को ऑक्सीजन ज्यादा मात्रा चाहिए होती है जिसके कारण आप सांस जल्दी-जल्दी लेने लगते हैं। स्किन के सरफेस के साथ स्मॉल ब्लड वेसल और कैपिलरीज फैलने शुरू जाते हैं जिसके कारण स्किन लाल और ग्लोइंग लगने लगती है। ब्रेस्ट और जेनिटल में भी ब्लड फ्लो बढ़ने लग जाता है।
जेनिटल एरिया में भी क्लीटोरिस सूजने लगता है और ज्यादा सेंसिटिव हो जाता है। इसके साथ ही योनि में भी सूजन आ जाती है और वह अपना रंग भी बदल देती है। ब्रेस्ट और निप्पल में इरेक्शन हो जाती है, ब्रेस्ट पहले से ज्यादा बड़ी दिखने लगती है।
Plateu
इस पड़ाव में इंटेंस फीलिंग्स बनने लगती है और आपका वजाइना नेचुरल fluid के साथ खुद को लुब्रिकेट करने लग जाता है। बॉडी के मसल्स में एक टेंशन बनने लग जाती है जिसके कारण हार्ट रेट, साँस और बीपी भी बढ़ने लगता है।
Climax
तीसरा लेवल क्लाइमैक्स का होता है जिसमें हमारी बॉडी बिल्कुल एक्साइटमेंट के शिखर पर पहुंच जाती है। इसमें बहुत ज्यादा 'राहत का भाव' महसूस होता है इसके बाद वजाइनल मसल्स रिलैक्स होने लग जाते हैं। हार्मोन लेवल बहुत ज्यादा बढ़ने लग जाता है और अपने शिखर पर पहुंच पर जाता है।
Resolution
इस पड़ाव में हमारा शरीर पहले की स्टेज में आने लग जाता है। हार्ट रेट, पल्स, बीपी और ब्रीदिंग सब कुछ धीरे-धीरे नॉर्मल होने लग जाते हैं। इसके साथ ही वजाइनल मसल, ब्रेस्ट और निपल्स नॉर्मल स्टेज पर आ जाते हैं। आपके अंदर एक रिलैक्सेशन आ जाती है और सोने का मन करता है।
Vaginel Test
अब सवाल यह उठता है कि क्या वेजाइनल टेस्ट मेडिकल या फिर साइंटिफिकली प्रूवन है। इसका जवाब नहीं है। ऐसा कोई टेस्ट मर्दों में नहीं किया जाता है यह सिर्फ महिलाओं के लिए होता है जो हमारे पितृसत्ता समाज को दर्शाता है। इसके साथ ही कोई भी मेडिकल सबूत नहीं है जो इस बात को साबित नहीं करता है कि महिला ने सेक्स किया है या नहीं। वर्जिनिटी और हाइमन या टू फिंगर टेस्ट बिल्कुल भी सही तरीका नहीं है कि जिससे आप इस बात को निश्चित कर सकें कि किसी ने सेक्सुअल इंटरकोर्स किया है या नहीं।
Period Sex
पीरियड्स के दौरान जब सेक्स करने की बात आती है तब हमारे मन में बहुत सारे सवाल उठते हैं। पीरियड्स के दौरान सेक्स कर सकते हैं? क्या यह सुरक्षित है? पीरियड्स के दौरान सेक्स किया जा सकता है? इसमें दर्द होता है? क्या यह बहुत ज्यादा ब्लडी हो सकता है?क्या मैं प्रेग्नेंट हो सकती हूं? पीरियड में हर महिला बिल्कुल horny बन जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उस समय आपके हारमोंस बढ़ते या कम होते रहते हैं जो हमारी सेक्स ड्राइव में अहम रोल अदा करते हैं।
पीरियड के दौरान सेक्स करने से आपको राहत मिल सकती है। इसके साथ ही आपकी सेक्स ड्राइव भी में भी सुधार आता है जो आपकी यौन परफॉर्मेंस के लिए अच्छा हो सकता है।
पीरियड्स के दौरान क्या प्रेग्नेंट हो सकते हैं?
इसके कम चांसेस है लेकिन प्रेग्नेंट आप हो सकते हैं। एक स्पर्म फीमेल रिप्रोडक्टिव सिस्टम में 3 से 5 दिन तक जिंदा रह सकता है, अगर आपको पीरियड्स अनियमित हैं और आपका मासिक चक्कर बहुत छोटा है तो यह समय संभव है कि आप प्रेग्नेंट हो सकते हैं। इसके साथ ही अगर आप पीरियड के लास्ट दिन पर सेक्स करेंगे तब भी आप प्रेग्नेंट हो सकते हैं। इसके लिए अपने पार्टनर को हमेशा कंडोम पहनने के लिए कहें। इससे आप दोनों सुरक्षित रहेंगे। पीरियड्स का मतलब आपके सेक्स लाइफ पर विराम नहीं है, आप तब भी सेक्स लाइफ एंजॉय कर सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ पहले से तैयारी करने की जरूरत है।
अगर आपने मेंस्ट्रूअल कप पहना हुआ है इस बात को यकीनी बनाए की आप उसे पहन कर सेक्स नहीं कर रहे हैं। इसके साथ ही प्रोटेक्शन बहुत जरूरी है। यह आपको HIV या STI इंफेक्शन से बचाने में मदद करेगी।