Anupama : मैं घूमू, नाचू, गाउ-आपको क्या?

अनुपमा टीवी की दुनिया में भारतीय महिलाओं का सबसे चहीता और पसंद किए जाने वाला धारावाहिक है। टीआरपी के मामले में भी यह नंबर वन पर रहता है। अन्य घिसी पिटी कहानियों के विपरीत अनुपमा भारतीय टीवी पर नया कथन प्रस्तुत करती है।

author-image
Shruti
New Update
Anupama (Hotstar)

Anupama (Image Credit-Hotstar)

मैं घूमू, नाचू, गाउ--आपको क्या?!। प्वाइंट तो है:भारत में एक ऐसा धारावाहिक क्रांति लेकर आया है जिसे देखने के लिए महिलाएं अपना सारा काम छोड़-छाड़ के टीवी के सामने बैठ जाती है। अनुपमा टीवी की दुनिया में भारतीय महिलाओं का सबसे चहीता और पसंद किए जाने वाला धारावाहिक है। टीआरपी के मामले में भी यह नंबर वन पर रहता है। अन्य घिसी पिटी कहानियों के विपरीत अनुपमा भारतीय टीवी पर नया कथन प्रस्तुत करती है। देश में कई महिलाओं को प्रेरणा भी देती है और साथ साथ लाइफ को देखने का नया दृष्टिकोण भी।

क्यों है Anupama धारावाहिक इतना लोकप्रिय

1. आत्मसम्मान

Advertisment

अनुपमा को ज्यादा स्किल्स नहीं आते, उसकी अंग्रेजी भी इतनी फ्लूएंट नहीं है। फिर भी जहां अंग्रेजी की जरूरत होती है वहां पर अनुपमा टूटी-फूटी इंग्लिश में भी अपनी बात पूरी बुलंदी से रखती है। वह कभी भी अपने ऊपर सेल्फ डाउट नहीं करती और पूरे आत्म सम्मान से रहती है।

2. ब्रेकडाउन भी जरूरी है

बाकी महिलाओं की तरह ही अनुपमा को भी अपने परिवार से अत्यंत लगाव है। परंतु कभी-कभी वह खुद को स्पेस देकर इमोशनली ब्रेकडाउन भी हो जाती है। अपनी भावनाओं को व्यक्त करना उसे गलत नहीं लगता।

3. अपने करियर और पैशन को फॉलो करना

अधिकतर महिलाएं शादी के लिए अपना करियर, पढ़ाई और स्किल्स को सैक्रिफाइस कर देती है। परंतु अनुपमा अपने करियर और पैशन को प्राथमिकता देती है। शादी के बाद, 40 की उम्र में भी वह अपने पैर पर खड़े होने की क्षमता रखती है और औरतों को सैक्रिफाइस न करने की प्रेरणा देती है।

4. खुद के लिए खड़े होना

Advertisment

अनुपमा सबको यह सिखाती है कि किस प्रकार आप खुद के लिए आवाज उठा सकते हैं। जब भी उसके साथ कुछ गलत होता है तो वह उसको सहती नहीं है, एडजस्ट नहीं करती और ना ही कॉमप्रोमाइज करती है जोकि औरतों को हमेशा से सिखाया गया है। अपनी खुशियों को वह कभी सैक्रिफाइस नहीं करती। वह सब को अपनी आवाज उठाने और गर्व से जीने की प्रेरणा देती है।

5. उम्मीद की किरण

अनुपमा महिलाओं के लिए उम्मीद, खुशी, पॉसिबिलिटी और बदलाव की कहानी है। वह एक बड़ी बहन की तरह अपने पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने और टॉलरेट न करने की प्रेरणा देती है।

anupama अनुपमा