Most Famous Lord Krishna Temple In India: हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष पूरे देशभर में 26 अगस्त को जन्माष्टमी का त्यौहार मनाया जाएगा। लगभग सारे जगह भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। दरअसल श्री कृष्ण का जन्म हिंदू कैलेंडर के मुताबिक भद्रपद माह की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। उनका जन्म धरती लोक पर पाप का नाश और सत्य व धर्म के निर्माण के लिए हुआ था। जन्माष्टमी पर हम भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा करते हैं। इस दिन कृष्ण मंदिर में विशेष उत्सव का आयोजन भजन कीर्तन के साथ किया जाता है और आधी रात को लड्डू गोपाल की पूजा की जाती है।
कृष्ण जन्माष्टमी ज़रुर करें इन चार कृष्ण मंदिरों में दर्शन
वैसे तो जन्माष्टमी के अवसर पर श्रीकृष्ण का नाम ध्यान में आते ही मथुरा, वृंदावन, गोकुल की याद आती है, जहां उन्होंने अपना पूर्ण जीवन बिताया था। मगर बात करें श्री कृष्ण के सबसे पवित्र स्थल की तो सबसे पवित्र स्थल में वृंदावन का नाम आता है। इस जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर इन चार मंदिरों का दर्शन आप जरूर करें।
1. द्वारकाधीश मंदिर (मथुरा)
मथुरा का यह मंदिर प्रभु श्रीकृष्ण का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है, जहां भगवान कृष्ण के काले रंग की प्रतिमा की पूजा की जाती है। यह यमुना नदी के किनारे एक जेल के कोठरी के अंदर स्थित है। ऐसी मान्यता है कि इसी जेल के कोठरी में प्रभु श्रीकृष्ण प्रकट हुए थे। हर साल यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। इस मंदिर के काफी प्राचीन होने के कारण इसकी वास्तुकला भी भारत की प्राचीन वास्तुकला से प्रेरित है। यहां दर्शन करने आने के बाद आपको एक अलग ही सुकून का एहसास होता है। खासतौर पर जन्माष्टमी में यहां का माहौल काफी शानदार रहता है।
2. श्री कृष्णमठ मंदिर उडुपी (केरल)
यह मंदिर कर्नाटक में स्थित है। इसका निर्माण संत माधवचार्य ने 13वीं सदी में करवाया था। इस मंदिर को पत्थर और लकड़ी से बनाया गया है। यहां भगवान श्री कृष्ण की पूजा खिड़की के नौ छिद्रों से की जाती है। हर साल यहां जन्माष्टमी पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है।
3. बांके बिहारी मंदिर (वृंदावन)
भगवान श्री कृष्णा का जन्म भले मथुरा में हुआ, लेकिन उनका बाल्यकाल वृंदावन में बीता था। बता दें कि श्री कृष्ण को बांके बिहारी भी कहा जाता है, इसलिए इस मंदिर का नाम बांके बिहारी रखा गया था। जन्माष्टमी के दिन कान्हा के भक्तों की भीड़ यहां काफी उमड़ती है। बांके बिहारी मंदिर के अलावा वृंदावन में प्रेम मंदिर, इस्कॉन मंदिर भी देखने के लिए दर्शनीय है।
4. द्वारिका का मंदिर (गुजरात)
मथुरा छोड़कर जाने के बाद श्री कृष्ण गुजरात के समुद्री तट पर स्थित कुशस्थली गए थे। यहीं पर उन्होंने द्वारका नाम का एक भव्य नगर बसाया था, इसलिए इस मंदिर का नाम द्वारिका का मंदिर पड़ा। इसे जगत मंदिर भी कहा जाता है। यह मंदिर गोमती क्रीक पर स्थित है। जन्माष्टमी के दिन यहां पर बेहद उमंग भरा माहौल देखने को मिलता है।