Places to visit during Holi: होली भारतीय समाज में एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार है। यह त्योहार रंग, मिठाई, गुजिया और खुशियों का उत्सव है। होली के दिन लोग अपने रिश्तेदारों और मित्रों के साथ मिलकर खुशियां मनाते हैं, इसे ‘रंगो का त्योहार’ के नाम से भी जाना जाता है। होली के दौरान कई ऐसे घूमने के कुछ खास स्थान हैं जो आपको न केवल खास महसूस कराते हैं बल्कि आपको इस उत्सव के रंगीन माहौल का आनंद भी दिलाते हैं।
क्यों मनाई जाती है होली?
हिंदू पुराणों के अनुसार बहुत समय पहले, असुरों के राक्षासी राजा हिरणकश्यप ने एक वरदान प्राप्त किया था, जिसके अनुसार वह न मनुष्य द्वारा मारा जा सकता है, न पशु द्वारा, न दिन में, न रात में, न अस्त्र या शस्त्र से, न घर में, न बाहर, न जमीन, न पानी, और न हवा में। हालांकि, हिरणकश्यप का पुत्र प्रहलाद विष्णु भक्त था और अपने पिता के खिलाफ था। अपने बेटे के व्यवहार के क्रोधित होकर राजा ने उसे कई दंड दिए लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अंत में, प्रहलाद को उसकी दुष्ट बुआ होलिका ने अपने साथ चिता पर बैठाया।
जैसे ही आग भड़की, प्रहलाद बच गया, जबकि होलिका जलकर राख हो गई। तब भगवान विष्णु नरसिम्हा (आधा शेर आधा मानव) के रूप में प्रकट हुए, गोधूली बेला में (न रात, न दिन), राजा को दरवाजे पर अपनी गोद में बैठाया (न घर के अंदर, न बाहर, न जमीन, पानी या हवा में) और अपने शेर के पंजों से (न अस्त्र या शस्त्र से) राजा का शरीर उधेड़ दिया। हालांकि पूरे देश में होली की अलग अलग मान्यता है, लेकिन होली का महत्व बुराई पर अच्छाई की जीत में है।
Festival of Colors: इस Holi जरूर घूमने जाएं इन जगहों पर
1. मथुरा (Mathura)
उत्तर प्रद्रेश के ब्रज में स्थित, मथुरा शहर भारत में होली मानने के लिए सबसे अच्छे स्थानों में से एक है। ऐसा कहा जाता है कि यह भगवान कृष्ण का जन्मस्थल है, साथ ही यह देश के एकमात्र स्थानों में से एक है जहां आप कृष्ण जी के चमत्कारों का प्रमाण देख सकते हैं।
2. वृंदावन (Vrindavan)
फूलों की होली का घर, वृंदावन इस त्योहार को मानने के लिए एक और शीर्ष स्थान है। हर साल, हजारों तीर्थयात्री फूलों की होली मानने के लिए वृंदावन आते हैं, ऐसा कहा जाता है कि इससे सभी के बीच भाईचारा बढ़ता है।
3. बरसाना (Barasana)
मथुरा के पास स्थित बरसाना का छोटा शहर भारत में होली मानने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। बरसाना में आप लठमार होली का अनुभव कर सकते हैं जहां पर पुरुषों को महिलाओं द्वारा लाठियों से पीटा जाता है। बरसाना की लठमार होली आम तौर पर मुख्य त्योहार से एक सप्ताह पहले होती है।
4. खड़ी होली, कुमाऊं उत्तराखंड (Kumaoun)
उत्तराखंड में यह त्योहार स्थानीय लोगों द्वारा बनाया जाता है, जो पारंपरिक कपड़े, नोकदार टोपी और कुर्ता पजामा पहनते हैं और होली के गाने गाते हुए समूहों में नृत्य करते हैं। खड़ी होली गांव के हर एक व्यक्ति के घर में एकत्रित होकर मनाई जाती है, होली की शुरुवात मंदिर से होती है।