Parenting in the Digital Age Managing Screen Time Effectively : डिजिटल युग में बच्चों की परवरिश करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य बन गया है। स्मार्टफोन, टैबलेट और टीवी जैसे उपकरण बच्चों के जीवन का हिस्सा बन चुके हैं। हालांकि, इनका सही प्रबंधन आवश्यक है ताकि बच्चे का मानसिक और शारीरिक विकास प्रभावित न हो। यहां स्क्रीन टाइम का सही प्रबंधन करने के 5 महत्वपूर्ण बिंदु दिए गए हैं:
डिजिटल युग में बच्चों की परवरिश स्क्रीन टाइम का सही प्रबंधन
1. स्क्रीन टाइम के लिए समय सीमा निर्धारित करें
बच्चों के स्क्रीन टाइम को नियंत्रित करने के लिए एक समय सीमा तय करना बहुत जरूरी है। 2 से 5 साल के बच्चों के लिए, प्रतिदिन 1 घंटे से अधिक स्क्रीन टाइम न दें। 6 से 12 साल के बच्चों के लिए पढ़ाई और मनोरंजन का संतुलन बनाए रखें। समय सीमा तय करते समय उनके स्कूल और अन्य गतिविधियों को ध्यान में रखें।
2. गुणवत्ता पर ध्यान दें
स्क्रीन टाइम की मात्रा से ज्यादा, उसके कंटेंट की गुणवत्ता पर ध्यान देना आवश्यक है। बच्चों को शैक्षिक और ज्ञानवर्धक सामग्री देखने के लिए प्रेरित करें। हिंसा और नकारात्मकता वाले वीडियो से बचाएं। पेरेंटल कंट्रोल और किड्स-फ्रेंडली ऐप्स का उपयोग करें।
3. परिवार के साथ समय बिताएं
स्क्रीन टाइम के विकल्प के रूप में बच्चों को परिवार के साथ समय बिताने के लिए प्रेरित करें। आउटडोर गेम्स,किताबें पढ़ने और आर्ट-क्राफ्ट जैसी गतिविधियों को बढ़ावा दें। नो-स्क्रीन जोन" बनाएं, जैसे डाइनिंग टेबल और बेडरूम। परिवार के सभी सदस्य एक साथ समय बिताने के लिए स्क्रीन का उपयोग सीमित करें।
4. रोल मॉडल बनें
बच्चे अपने माता-पिता को देखकर सीखते हैं। यदि आप स्क्रीन पर अधिक समय बिताएंगे, तो बच्चे भी ऐसा ही करेंगे। एक उदाहरण स्थापित करें और स्क्रीन के बजाय बातचीत या अन्य रचनात्मक गतिविधियों पर ध्यान दें। तकनीक का उपयोग सकारात्मक उद्देश्यों के लिए करें, जैसे परिवार के साथफिल्मेंदेखना या ऑनलाइन शैक्षिकगतिविधियों में शामिल होना।
5. स्क्रीन फ्री एक्टिविटीज की योजना बनाएं
बच्चों के लिए स्क्रीन फ्री समय का आनंददायक और उत्पादक बनाएं। बच्चों को प्रकृति में ले जाएं, जैसे पार्क में खेलना या पिकनिक पर जाना। उनकी रुचि के अनुसार संगीत, नृत्य, खेल, या पेंटिंग जैसी गतिविधियों को बढ़ावा दें। बच्चों को उनकी उम्र के अनुसार जिम्मेदारियां सौंपें ताकि वे स्क्रीन के बजाय व्यस्त रहें।