Female Singers: हिंदी सिनेमा या बॉलीवुड में महिला गायिकाओं ने अपनी आवजा के दम पर करोड़ों श्रोताओं का दिल जीता है। आजकल की गायिकाओं का नाम तो हर कोई जानता है, पर आज हम आपके सामने कुछ क्लासिकल गायिकाओं के नाम लेकर आ रहे हैं, जिनके गीत आज भी शादी समारोह और अन्य कार्यक्रमों में बजते देखे जा सकेंगे।
वाकई आवज के दम पर पूरी दुनिया चलती है इसमें कोई शक नहीं। अपने काम से फुर्सत मिलने के बाद हर कोई मधुर संगीत चाहता है। ऐसे में लोग अपने प्रिय गायकों या गायिकाओँ के गीत सुनते हैं। हर एक का अपना-अपना प्रिय गायिक या गायिका होता है। पहले की फिल्मों में जिनसे हमारे पास एवरग्रीन गाने हैं, उनमें से बहुत-सी फिल्मों में ऐसी गायिकाओं ने आवाज दी है जिनकी आवाज आज की पीढ़ी भी सुनती आ रही है। ये कहना गलत न होगा कि एक समय था जब हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में बहुत-सी गायिकाओं की आवाज का जादू चलता था।
लता मंगेशकर और आशा भोंसले दोनों बहनों की आवाज का था जादू
लता मंगेशकर की आवाज के फैन तो थे ही लेकिन कहीं अधिक उनकी बहन आशा भोंसले के भी फिल्म इंडस्ट्री में फैन कम नहीं हैं। आशा भोंसले की आवाज का जादू फिल्म इंडस्ट्री में बहुत चलता था। आंकड़ों की मानें तो गायिका आशा भोंसले ने 11,000 से अधिक गाने रिकार्ड कराएं हैं तो वहीं गायिका लता मंगेशकर ने 30,000 से अधिक गानें गाए।
गीता दत्त का भी फिल्म इंडस्ट्री में रहा जादू
आपको इसके साथ ही बता दें हिंदी सिनेमा या फिल्म इंडस्ट्री में एक दौर वो भी था जब फिल्मों में नायिकाओं की आवाज में लता मंगेशकर की आवाज नहीं गीता दत्त की मधुर आवाज सुनी जाती थी। फिल्म अभिनेता, डायरेक्टर गुरु दत्त की पत्नी गायिका गीता दत्त ने 1940 से 1950 के दशक तक की फिल्मों में अपनी आवाज का जादू बिखेरा।
कभी रहा था इंडस्ट्री में गायिका शमशाद बेगम का जादू
वहीं बात करें 1930 से 1940 के दशक की तो इस दौरान इंडस्ट्री में जिस महिला गायिका की आवाज का जादू चलता था उनका नाम शमशाद बेगम था। गायिका शमशाद बेगम ने अपनी आवाज के दम पर ऐसे-ऐसे गीत गाए जो आज भी समारोह में बजते दिख जाएंगें।
कभी गूंजती थी गायिका सुरैया की आवाज भी
आपको बताएं तो फिल्म इंडस्ट्री में एक समय ऐसा भी था जब गायिका लता मंगेशकर नहीें गायिका सुरैया के सभी फैन हुआ करते थे। गायिका सुरैया ने अपने करियर के दौरान भले ही कम गाने गाए लेकिन वो आज भी लोगों के दिलों में राज करते हैं।
आज के दौर में भले अल्का याग्निक, सुनिधी चौहान, श्रेया घोषाल, नेहा कक्कड़ और पलक मुच्छल जैसी गायिकाओं की आवाज का जादू है लेकिन क्लासिकल आवाज भी गुम नहीं हुई है। आज भी लोग पहली की शिद्दत के साथ ही इन गायिकाओं के गीतों को सुना करते हैं।