Advice For Teenagers: बच्चे आज के समय में भूल जाते हैं की उनके परिवार भी है, फ्यूचर है। वे गलत राह पर चलने लगते हैं। इसमें बहुतों का फ्यूचर खराब हो जाता है और जो समझ जाता है उनकी लाइफ बन जाती है। जो एक बार गलत राह में चला गया तो उनकी लाइफ बिगड़ भी सकती है। यह एक ऐसी उम्र है जिसमें टीनएजर्स बच्चे सही या गलत भूल जाते हैं, ऐसे में कुछ सलाह हैं जिससे वह अपने कैरियर पर ध्यान दे सकते हैं और सही राह पर चल सकते हैं।
बातें जिसका हर टीनएजर रखे ध्यान
ख़ुद से करें प्यार
हमें सबसे पहले खुद से प्यार करना चाहिए। क्योंकि इस समय बच्चे आकर्षण को प्यार समझ लेते हैं, जिससे उन्हें पढ़ने में और अन्य कामों में दिक्कत आती है। लोग बहुत से रिलेशनशिप का एग्जांपल देते हैं, और बहुत-सी बातें करते हैं मगर पहले किसी और से प्यार करने से पहले टीनएजर्स को और सबको खुद से प्यार करना चाहिए। सबसे पहले किसी और को जानने-समझने से पहले खुद को जानना चाहिए। जब कोई खुद को ही नहीं जान सकता तो दूसरे को क्या समझेगा! इसीलिए सबसे पहला प्यार अपने आप से करना चाहिए।
फ़ैमिली से बढ़कर कुछ नहीं
इस समय बच्चे अपने दोस्त को, लवर को ज्यादा इंपॉर्टेंस देते हैं। वे भूल जाते हैं कि उनके मां बाप भी हैं। वे उनसे बदतमीजी करते हैं। मगर दोस्त, लवर या कोई भी अन्य व्यक्ति से पहले हमें मां बाप, अपने और परिवार को इंपॉर्टेंस देना चाहिए और समझना चाहिए। आज या कल हम जो भी हैं अपने मां-बाप की वजह और परिवार से हैं। यह बात टीनएजर्स को हमेशा याद रखनी चाहिए। इससे सभी खुश रहेंगे।
समय का इम्पॉर्टेंस समझें
टीनएजर्स को यह पता होना चाहिए कि दुनिया बहुत छोटी है, हर एक मूवमेंट को उन्हें इंजॉय करना चाहिए सबके साथ। लाइफ बहुत छोटी है इसमें ही हमें सफलता-चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। मगर यह याद होना चाहिए की फ्रस्ट्रेशन में कभी कोई काम नहीं करना चाहिए। इससे हम आज का समय इंजॉय नहीं कर पाते। हमें अपनी खुशियों के लिए सेल्फिश होना चाहिए।
सब्र और परिश्रम है ज़रूरी
अगर लाइफ में सफलता चाहते हैं तो परिश्रम से कभी पीछे नहीं हटना चाहिए। परिश्रम से ही हमें हमारी मंजिल प्राप्त होती है। जब तक हम परिश्रम नहीं करेंगे तब तक सफलता नहीं मिलेगा। हमें हमेशा प्रिपेयर और रेडी रहना चाहिए। जब जो चीज मिले उसमें ही खुश रहना चाहिए। हर चीज को मिलने का सही समय होता है, तब तक सब्र से ही काम लेना चाहिए और अपने समय का सही उपयोग करना चाहिए।
सबकी मदद में आगे आएं
जब भी मौका मिले तब सभी की मदद करनी चाहिए। आज नहीं तो कल हमें इसका फल मिलता है चाहें वह किसी भी रूप में हो।
सूचना : इस आलेख को केवल संपादित किया गया है। मौलिक लेखन आयुषी गुप्ता का है।