Ideas For Exam Preparation : हर छात्र परीक्षा में अच्छा स्कोर करने के लिए तैयारी में जुटे हुए हैं। लेकिन परीक्षा की तैयारी सही ढंग से अगर आप करें तब आप 100 मार्क्स हासिल कर सकते हैं। बहुत से छात्र इस उलझन में हैं कि वे परीक्षा की तैयारी कैसे करें क्योंकि उन छात्रों को कुछ हफ्तों में एक वर्ष का पूरा सिलेबस कवर करना होता है। आपके पास तैयारी के लिए कम समय होता है। अगर आपके पास परीक्षा के लिए कुछ महीने या कुछ दिनों का समय हो, आपके लिए ये टिप्स मददगार हैं।
जानें परीक्षा की तैयारी के लिए कुछ उपाय
1. सेल्फ टेस्ट लें
हर दिन जो भी पढ़े उसका सेल्फ टेस्ट ले। ऐसा करने से आपको वह चीज कभी नहीं भूलेंगे और आपको लंबे समय तक याद रहेगा। दिनभर आप जो कुछ पढ़ें उसे अपने कॉपी में पॉइंट बनाकर लिखिए ऐसा करने से आपका रिवीजन करने में आसानी होगी। हर दिन कुछ निर्धारित प्रश्न तैयार करें और उसे बिना देखे लिखने की प्रयास करें। इन सभी टेस्ट के आंसर इमानदारी से दे। ऐसे करने से आपको रोजाना नए-नए प्रश्न बनाने की आदत हो जाएगी और आपको पढ़ाई समझ आने लगेगी।
2. शांत मस्तिष्क से पढ़ें
एक रिसर्च से पता चला है की एक शांत दिमाग 4 गुना ज्यादा बेहतर काम कर सकता है एक अशांत दिमाग के मुकाबले। अगर आपका दिमाग शांत हो तो आपकी गलतियाँ भी कम होगी और आपको याद जल्दी होगा।
3. परीक्षा से पहले रिवीजन शुरू दें
रिसर्च से पता चलता है की 90% छात्र परीक्षा के कुछ दिनों पहले ही पढाई की शुरुवात करते हैं और ऐसा करने से उन्हें कम समय में बहुत ज्यादा पढता है। इसी कारण परीक्षा के आखिरी महीने में रिवीजन करना शुरू करें। ऐसा करने से आपको आपके विषयों में अच्छी पकड़ हासिल होगी और साथ ही उसका परिणाम स्वरुप आपका मन शांत होगा।
4. पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को पढ़े
पिछले वर्ष के सभी प्रश्नों को सॉल्व करने का प्रयास करें क्योंकि कई बार शिक्षक पिछले वर्ष के प्रश्न को दुबारा देते हैं। आपको अपने समय का सही उपयोग करने की आवश्यकता है। हर दिन कुछ समय प्रश्नों को सॉल्व करने में निकाले। पिछले वर्षों के कम से कम 5-10 वर्षों के प्रश्न को हल करें। ऐसा करने से आपको हर विषय के महत्वपूर्ण प्रश्नों को समझने में मदद मिलेगी।
5. प्राथमिकता के अनुसार अध्ययन करें
हर बच्चों को प्रश्नों की संख्या और अंक भार के साथ कठिनाई स्तर के अनुसार महत्वपूर्ण प्रश्नों को याद रखें और रिवीजन करते रहे। अपने रूटीन में बार-बार बदलाव न करें। एक अध्ययन कार्यक्रम निर्धारित करें और बेहतर परिणामों के लिए उसका पालन करें।