Body shaming: आज के ज़माने में सोशल मीडिया सोच विचार को बढ़ाने में और प्रभावित करने में ज़रूरी रोल निभा रहा हैं। सोशल मीडिया के साथ- साथ टेलीविज़न शोज़ और मूवीज़ भी हमारी सोसाइटी पर असर दाल रहा हैं। आज-कल ऑनलाइन प्लेटफार्म पर सुंदरता का प्रचार-प्रसार को नेगेटिव ढंग से दिखाया जा रहा हैं, और इसका कही न कही शिकार मोटी लड़कियाँ हो रही हैं और उन्हें सुनने पढ़ते हैं ताने। गलती केवल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स की ही नहीं बल्कि पुराणी सोच विचार में भी हैं जो अंग्रेज़ो के समय में हमारे मन में गहराई से निहित करदी गयी हैं। मोटापे के बारे में ताने सुनकर महसूस होने वाली बुराई और खुद को नेगेटिव तरीके से देखने का दर्द बड़ता जाता है। इस तरह के ताने सीधे रूप से व्यक्तिगत और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। इसके कई कारण हैं।
लड़कियों में मोटेपन के ताने आज भी जीवित क्यों?
1)समाज में एक एक ऐसी सोच
पहला कारण यह है कि समाज में एक एक ऐसी सोच है जो मोटापे को नेगेटिविटी के साथ जोड़ती है। इससे लोग अपने आप से प्यार नहीं कर पाते हैं और वे खुद को नेगेटिविटी और नफरत से देखते हैं। गलत और बॉडी शेमिंग वाले ताने इस गलत धारणा को बढ़ाते हैं और पर्सनल ग्रोथ में रुकावट डालते हैं।
2) सोशल मीडिया और उसका नेगटिव असर
दूसरा कारण है सोशल मीडिया और उसका असर , जहां मोटापे को हंसी का कारण बनाया जाता है। फिल्मों और टीवी शोज़ में दिखाए जाने वाले किरदारों की तरह नज़र आने के लिए मोटी लड़कियों पर ज़ोर ज़बरदस्ती और ताने दिए जाते है, जिससे उन्हें मानसिक तनाव से गुज़ारना पढता हैं।
3) मोटे होने के अन्य कारण समझना ज़रूरी
सही जानकारी प्राप्त करें:अगर कोई व्यक्ति मोटापे के तानों से गुज़र रहा है, तो उस इंसान के मोटे होने का कारन जानने की कोशिश करे, क्यूंकि कई बार मोटापन कुछ शारीरिक समस्याओ के वजह से भी होता हैं केवल उनुचित फ़ूड प्रोडक्ट्स से ही नहीं । स्वस्थ जीवनशैली, पोषण, और व्यायाम के बारे में जानकारी प्राप्त करना ज़रूरी है ताकि सही कदम उठाए जा सकें।
4) सही खानपान के साथ स्वस्थ जीवनशैली
सही खानपान के साथ स्वस्थ जीवनशैली को बनाए रखना महत्वपूर्ण है। पोषण से भरपूर आहार, साफ पानी, और स्वस्थ खाद्य वस्त्रों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। सुबह उठ कर गरम पानी में हल्दी और शहद जैसे ड्रिंक्स मोटेपन को काम करने में मदद कर सकता हैं।