5 Signs Of Trauma After Toxic Relationship: जब हम किसी इवेंट, सिचुएशन या किसी मिसहैप्पनिंग के रिएक्शन से शॉक में चले जाते हैं और उस स्थिति से अपने-आप को निकाल नहीं पाते तो उसे हम ट्रॉमा कह सकते हैं। यह किसी बुरी सिचुएशन पर हमारा इमोशनल रिस्पांस होता है। यह मानसिक स्थिति कुछ देर के लिए भी हो सकती है और लम्बे समय तक भी चल सकती है। ट्रॉमा में पैनिक अटैक्स, एंग्जायटी जैसे दूसरे साइन्स भी हमें देखने को मिल सकते हैं।
क्या आप टॉक्सिक रिलेशनशिप के बाद ट्रॉमा में हैं?
जब हम किसी रिलेशनशिप से बाहर आते हैं तो यह समय हर किसी के लिए मुश्किल होता है। हम ब्रेक-अप के बाद अपनी फीलिंग्स और हंसी-ख़ुशी वाली यादों से जल्दी उभर नहीं पाते। अगर बात टॉक्सिक रिलेशनशिप की रही हो, जहाँ आपका रिश्ते से बाहर निकलना ज़रूरी हो लेकिन आप रिश्ते के बुरे एक्सपेरिएंस से निकल न पाएं तो अपने-आप को संभालना मुश्किल हो जाता है और आप ट्रॉमा का शिकार भी सकते हैं। आइए हम उन 5 सिग्नल्स की बात करते हैं जिनसे पता चलता है कि आप टॉक्सिक रिलेशनशिप के ट्रॉमा में हैं।
1. ट्रस्ट इश्यूज
आप जब एक टॉक्सिक रिलेशनशिप से निकलते हैं तो कई बार यह आपके दिलो-दिमाग पर गहरा असर छोड़ जाता है। आप नए लोगों पर जल्दी विश्वास नहीं कर पाते और लगभग सब लोगों को एक ही नज़र से देखना शुरू कर देते हैं। न तो आप नए दोस्त बना पाते हैं और न ही किसी नए रिश्ते के बारे में सोच पाते हैं। आपके दिमाग में एक ही बात चलती है कि क्या किसी से प्यार करना गलत है!
2. खुद पर ब्लेम
जब किसी खराब रिश्ते से निकलते हैं तो शुरू में हमें फ्रीडम महसूस होती है, लेकिन थोड़े समय के बाद हमें उस इंसान की तलब फिर से लगती है क्योंकि हम उसके साथ रहने के आदी हो चुके होते हैं। फिर हमारे दिमाग में उलटी बातें घूमने लगती हैं। हमें लगता है कि 'सारी गलती हमारी थी' या 'हम थोड़ा और चला सकते थे' और या फिर 'हम थोड़ा तो और झेल ही सकते थे'। यह सिग्नल भी इसी तरफ इशारा करता है कि आप उस रिश्ते से निकलने के बाद ट्रॉमा का शिकार हो चुके हैं।
3. नेगेटिव थॉट्स
चाहे हमारा रिश्ता फेल हुआ हो, लेकिन हमारा प्यार तो सच्चा था। हमारे दिल में उस रिश्ते के लिए सॉफ्ट कार्नर रह जाता है और वो पुरानी हमारे दिमाग में रह जाती हैं, जिनसे हम अपने-आप को निकाल नहीं पाते। ट्रॉमा में जाने की वजह से हमें नेगेटिव थॉट्स आने शुरू होते हैं और हम अपनी ज़िंदगी खत्म करने के बारे में सोचने लगते हैं। हमें यह भी लगता है कि अब हमारी ज़िंदगी कभी अच्छी नहीं होगी और इस दुःख को हम झेल नहीं पाएंगे।
4. बुरे सपने आना
रिश्ता खत्म होने के बाद भी आपको उस पर्सन या रिश्ते को लेकर बुरे सपने आते रहें तो समझ लें कि आप अभी ट्रॉमा में हैं। आप मूव ऑन नहीं हो पा रहे और आपको नींद में भी लगता है कि आप अभी उस मेन्टल टॉर्चर को झेल रहे हैं और यह दुःख कभी खत्म नहीं होगा।
5. अकेले रहने लगना
जब तक आप ट्रॉमा में होते हैं, तब तक आपको आस-पास के लोग शोर-शराबा लगते हैं और आप दुनिया के शोर से दूर अकेले रहना पसंद करते हैं। इसका एक कारण यह भी है कि आपका मन पुरानी यादों को भूलना नहीं चाहता और आपकी फैमिली और फ्रेंड्स आपको फ्लैशबैक मेमोरीज से बाहर निकलना चाहते हैं।
अगर आपको लगता है कि आप भी इन लक्षणों के शिकार हो रहे हैं तो किसी प्रोफेशनल काउंसलर से बात करें और अपनी फैमिली फ्रैंड्स की मदद ज़रूर लें।