5 Signs That You Lack Self Respect: अगर हम सेल्फ-रिस्पेक्ट मेन्टेन कर के नहीं रखेंगे तो लोगों द्वारा हमें यूज़, एब्यूज या मिस्ट्रीट होने का डर लगा रहता है। जिन लोगों में सेल्फ-रिस्पेक्ट कम या बिलकुल जीरो होती है, वे अक्सर लोगों के बुरे व्यवहार और एगोइस्टिक लोगों का शिकार हो जाते हैं।
जानें सेल्फ-रिस्पेक्ट कम होने के ये 5 लक्षण
सेल्फ-रिस्पेक्ट का मतलब है कि आप खुद की इज्ज़त करते हैं और दूसरों से भी इज्ज़त पाना चाहते हैं। आप अपनी वर्थ भी जानते हैं और डिग्निटी के साथ ज़िंदगी बिताते हैं। आपकी सेल्फ-रिस्पेक्ट होने का मतलब है कि आप अपनी वैल्यू जानते हैं और दूसरों से रिस्पेक्ट भरे व्यवहार और अच्छे ट्रीटमेंट की एक्सपेक्टेशन करते हैं।
1. अटेंशन पाने के लिए कुछ भी करेंगे
अगर आपके अंदर सेल्फ-रिस्पेक्ट की कमी होगी तो आप लोगों की अटेंशन पाने के लिए किसी भी हद तक गिर जायेंगे। आप दूसरों की नज़र में अच्छा बनने के चलते अपने ही कुछ दोस्तों की दूसरे दोस्तों के पास बिचिंग करेंगे, जिससे आपकी इमेज डाउन होने का खतरा बना रहेगा। ऐसा हम इसलिए करते हैं क्योंकि हमारे अंदर सेल्फ-एस्टीम की कमी होती है और हम अपनी वैल्यू नहीं जानते।
2. एब्यूज भी सह लेंगे
जब हम अपनी वैल्यू नहीं जानते तो हम दूसरे इंसान का मिस्ट्रीट और एब्यूज भी झेल लेंगे। आपके साथ अगर वो इंसान कुछ एक दो बार अच्छा व्यवहार करेगा तो आप उसी को सोच कर खुश होते रहेंगे। जब लोग समझ जाएंगे कि आपको उनके व्ययवहार का कोई असर नहीं होता तो वे आपको बुरी तरह ही ट्रीट करेंगे और आप उनके नाराज़ होने के डर से कुछ बोल भी नहीं पाएंगे।
3. खुद के लिए समय नहीं
इंसान में सेल्फ-रिस्पेक्ट कम होने का एक और साइन यह भी है कि ये दूसरों को खुश करने के चक्कर में उनके कामों में लगे रहेंगे और सेल्फ-केयर और सेल्फ-टाइम के बारे में सोच भी नहीं पाएंगे। ये लोग वीकेंड पर भी अपने दोस्तों या फैमिली के कामों में बिज़ी रहेंगे और अपने लिए समय नहीं निकाल पाते।
4. 'नो' कहने में मुश्किल
अगर आप को भी नो कहने में दिक्कत होती है और आप भी यह सोचते हैं कि आपके 'न' बोलने से दूसरा इंसान बुरा मान जायेगा या फिर आपसे बात नहीं करेगा तो आप भी कम सेल्फ-रिस्पेक्ट के शिकार हो रहे हैं। अगर आप किसी के हमेशा काम आते हैं और एक बार न करने से वो इंसान आपसे गुस्सा हो जायेगा तो यकीन मानिये वो इंसान आपकी वैल्यू कभी समझ नहीं पाएगा।
5. लोग क्या सोचेंगे
आपके मन में अगर हमेशा यह ख्याल रहता है कि आपके आस-पास के लोग आपके कुछ काम या डिसिशन को लेकर क्या बोलेंगे और आप इसी सोच के चलते अपने मन का काम नहीं कर पाते तो यह भी कम सेल्फ-रिस्पेक्ट की निशानी है। यह ज़िंदगी आपकी है और आपको अपने लिए जीनी है। इसमें लोगों का कोई मसला नहीं है, इसलिए जो खुद को अच्छा लगे वो ही करें।