आज कल एक बड़ा डर बढ़ता ही जा रहा है, वो है कोविड-19। कोविड-19 की पहले वाली 2 लहरों ने सभी को अंदर से डरा कर रख दिया है। आइए जानते हैं इस ब्लॉग के जरिए COVID-19 के बारे में
कोविड-19 आखिर है क्या?
कोरोना वायरस का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है। इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था। WHO के मुताबिक बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं।
क्या हो सकते हैं लक्षण?
कोरोना वायरस में पहले बुख़ार होता है। इसके बाद सूखी खांसी होती है और फिर एक हफ़्ते बाद सांस लेने में परेशानी होने लगती है।
इन लक्षणों का हमेशा मतलब यह नहीं है कि आपको कोरोना वायरस का संक्रमण है। कोरोना वायरस के गंभीर मामलों में निमोनिया, सांस लेने में बहुत ज़्यादा परेशानी, किडनी फ़ेल होना और यहां तक कि मौत भी हो सकती है। बुजुर्ग या जिन लोगों को पहले से अस्थमा, मधुमेह या हार्ट की बीमारी है उनके मामले में ख़तरा गंभीर हो सकता है। ज़ुकाम और फ्लू में के वायरसों में भी इसी तरह के लक्षण पाए जाते हैं।
क्या है मौजूदा हालात?
विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने या लॉकडाउन लागू करने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन कुछ देशों में मामले बढ़ने की वज़ह से निगरानी और सतर्कता मजबूत करना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के गंभीर मामले आने और मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने की आशंका नहीं है, क्योंकि भारत में लोगों में ‘hybrid immunity’ विकसित हो चुकी है।
कैसे करें अपना बचाव?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस (Corona Virus) से बचने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इनके मुताबिक हाथों को साबुन से धोना चाहिए। अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढंककर रखें। जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों, उनसे दूरी बनाकर रखें।
क्या है कोरोना का नया वैरिएंट बीएफ.7
कोरोना का डर एक बार फिर सताने लगा है। चीन में कोरोना के नए वैरिएंट बीएफ.7 के घातक होने की आशंका के बाद देश में अलर्ट जारी है। नए वैरिएंट से ग्रस्त व्यक्ति एक दिन में 16 लोगों को संक्रमित कर सकता है। जबकि पहले के variant में प्रभावित व्यक्ति दो से तीन को ही संक्रमित कर सकता था। इसे ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने देश के मेडिकल कॉलेजों को अलर्ट जारी कर दिया है।