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हेल्थ और डाइजेस्ट करने की क्षमता बनी रहती है । बादाम सभी उम्र के व्यक्ति खा सकतें है । जानिए बादाम के फायदे
बादाम एंटीऑक्सीडेंट का बहुत अच्छा सोर्स है । ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (oxidative stress ) के कारण शरीर में inflammation बढ़ जाता है । Free radicals accumulation से होने वाला ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस , शरीर के सेल्स (cells ) को डैमेज करता है । बादाम में एंटी- इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट नुट्रिएंट्स , शरीर के ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और inflammation के लेवल को कम करते है । एंटीऑक्सिडेंट्स बिमारियों और उम्र बढ़ने से बचाते है , और इसके साथ साथ उम्र बढ़ने से होने वाली बिमारियों के रिस्क को भी कम किया जा सकता है , जैसे की याददाश्त का कमजोर होना ।
बादाम में फाइबर काफी मात्रा में पाया जाता है , जो की digestion का बहुत ही जरूरी एलिमेंट है । बादाम और बादाम के छिलके से हमारे शरीर को गुड बैक्टीरिया (good bacteria ) मिलता है और गुड बैक्टीरिया खाने को डाइजेस्ट करने के लिए एक आवश्यक नुट्रिएंट है । बादाम शरीर में गुड बैक्टीरिया की मात्रा को बढ़ाता है , जिससे हमारे शरीर का digestive system हैल्दी रहता है । बादाम से आपके शरीर में नुट्रिएंट्स की कमीं नहीं रहेगी और आपको कभी कब्ज (constipation ) की दिक्कत नहीं होगी ।
शरीर के कोलेस्ट्रॉल को नैचुरली कम करने के लिए , बादाम बहुत ही अच्छा सोर्स और सुझाव है । भले ही बादाम में भी हाई फैट होता है , पर बादाम में पाएं जाने वाला फैट unsaturated होता है और उससे शरीर का अस्वस्थ्य कोलेस्ट्रॉल बढ़ता नहीं है । बादाम का unsaturated फैट , ब्लड कोलेस्ट्रॉल में सुधार करता है । HDL का मतलब high density lipoprotein होता है , जो की बादाम में पाया जाता है और शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल बनाये रखता है । हैल्दी कोलेस्ट्रॉल लेवल से , कार्डियोवैस्कुलर के रिस्क को कम किया जा सकता है इसलिए रोजाना बादाम खाने चाहिए , तांकि आपका दिल स्वास्थ्य रहे और आपका शरीर दिल की बिमारियों से बचा रहे ।
बादाम ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए , बहुत ही लाभदायक और नेचुरल नुस्खा है । डॉक्टर्स अनुसार , हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत , शरीर में magnesium की कमीं होने के कारण होती है और बादाम में काफी मात्रा में magnesium पाया जाता है , जिससे शरीर की कमी को पूरा किया जा सकता है और ब्लड प्रेशर जैसी लाइफ टाइम रहने वाली , बिमारियों से बचा जा सकता है । magnesium से इन्सुलिन सेंस्टिविटी (insulin senstivity) बढ़ जाती है ।
शुगर के मरीजों को अक्सर , insulin resistance की दिक्कत रहती है , और बादाम magnesium नुट्रिएंट का पावरफुल सोर्स है , जो की इस resistance को कम कर सकता है । बादाम से मिलने वाला फाइबर , ब्लड शुगर के रेगुलेशन में मदद करता है । एक्सपर्ट्स (experts ) अनुसार खाना खानें के बाद , blood sugar spikes के रिस्क को कम करने के लिए , खासतौर पर शुगर के मरीजों को रोजाना बादाम खाने चाहिए । हर रोज सही मात्रा में बादाम खाने से आप सभी अपने ब्लड शुगर लेवल को सही पाएंगे और इसके साथ साथ शुगर से होने वाली कॉम्प्लीकेशन्स के रिस्क को भी कम किया जा सकता है ।
बादाम से याददाश्त (memory ) तो स्ट्रांग होती है , पर इसके साथ साथ पुरे ब्रेन के फंक्शन में भी सुधार आता है । बादामों में पाएं जाने वाले नुट्रिएंट्स ब्रेन पावर (brainpower ) को बनाएं रखने का बहुत अच्छा सोर्स है । बादाम की antioxidative प्रॉपर्टी inflammation को कंट्रोल करती है और ऑक्सीडेशन ब्रेन की मैमोरी को बनाये रखता है । विटामिन E , cognitive फंक्शन को सही रखने में मदद करता है । रिसर्च अनुसार , बादाम से हमें neuroprotective फायदे मिलते है , जो हमें neurological disorders से बचाते है ।
रोजाना बादाम खानें से आप अपना मोटापा कम कर सकतें है और एक हैल्दी - फिट लाइफ जी सकते है । बादाम में कई नुट्रिएंट्स होते है पर इसमें ज्यादा कलोरी भी नहीं होती , गुड बैक्टीरिया की मात्रा में सुधार आता है, डाइजेस्ट करने के प्रोसेस में कोई दिक्कत नहीं आतीशरीर के फैट को जलाता है और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम भी करता है । ये सभी प्रॉपर्टीज वजन को बनाएं रखने में मदद करती है , जितना व्यक्ति की उम्र और कद अनुसार आवश्यक है । बादाम से शरीर को जो नुट्रिएंट्स मिलते है , वो खाने को ब्रेक करते है और फिर उसे नुट्रिएंट्स में बदलते है , जिससे खाना आसानी से डाइजेस्ट होता है । बादाम से शरीर का metabolism level बढ़ जाता है । इसे खाने से जल्दी भूख नहीं लगती और आपका वजन भी नहीं बढ़ेगा ।
बादाम से शरीर को काफी magnesium मिल जाता है , जिससे हमारी ब्लड वेसल्स रिलैक्स रहती है और हमें अक्सर सर दर्द नहीं होता । आजकल की भाग दौड़ वाली जिंदगी में , सर दर्द एक सामान्य समस्या है जो की सिर्फ बढ़े-बूढ़े ही नहीं बल्कि जवान बच्चे भी सहते है । अक्सर सर दर्द से जूझने वाले लोगों को हर रोज बादाम खाना चाहिए , तांकि उनके शरीर में नुट्रिएंट्स की कमीं पूरी हो और सिर्फ उन्हें ही क्यों , हम सभी को हर रोज बादाम खाने चहिये तांकि हम सभी को भी आने वाले समय में सर दर्द को न सहना पड़े और हमारा स्वास्थ्य स्ट्रांग रहे ।
माइग्रेन के मरीजों के लिए बादाम बहुत अच्छे है क्योंकि magnesium से उन्हें दर्द सहने की पावर मिलती है और वो धीरे धीरे रिलैक्स हो पातें है । डॉक्टर्स की सलाह अनुसार माइग्रेन के मरीजों को magnesium रिच फ़ूड खाना चाहिए।
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बादाम एंटीऑक्सीडेंट का काम करता है
बादाम एंटीऑक्सीडेंट का बहुत अच्छा सोर्स है । ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (oxidative stress ) के कारण शरीर में inflammation बढ़ जाता है । Free radicals accumulation से होने वाला ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस , शरीर के सेल्स (cells ) को डैमेज करता है । बादाम में एंटी- इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट नुट्रिएंट्स , शरीर के ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और inflammation के लेवल को कम करते है । एंटीऑक्सिडेंट्स बिमारियों और उम्र बढ़ने से बचाते है , और इसके साथ साथ उम्र बढ़ने से होने वाली बिमारियों के रिस्क को भी कम किया जा सकता है , जैसे की याददाश्त का कमजोर होना ।
digestive हेल्थ में सुधार
बादाम में फाइबर काफी मात्रा में पाया जाता है , जो की digestion का बहुत ही जरूरी एलिमेंट है । बादाम और बादाम के छिलके से हमारे शरीर को गुड बैक्टीरिया (good bacteria ) मिलता है और गुड बैक्टीरिया खाने को डाइजेस्ट करने के लिए एक आवश्यक नुट्रिएंट है । बादाम शरीर में गुड बैक्टीरिया की मात्रा को बढ़ाता है , जिससे हमारे शरीर का digestive system हैल्दी रहता है । बादाम से आपके शरीर में नुट्रिएंट्स की कमीं नहीं रहेगी और आपको कभी कब्ज (constipation ) की दिक्कत नहीं होगी ।
कोलेस्ट्रॉल में कमीं
शरीर के कोलेस्ट्रॉल को नैचुरली कम करने के लिए , बादाम बहुत ही अच्छा सोर्स और सुझाव है । भले ही बादाम में भी हाई फैट होता है , पर बादाम में पाएं जाने वाला फैट unsaturated होता है और उससे शरीर का अस्वस्थ्य कोलेस्ट्रॉल बढ़ता नहीं है । बादाम का unsaturated फैट , ब्लड कोलेस्ट्रॉल में सुधार करता है । HDL का मतलब high density lipoprotein होता है , जो की बादाम में पाया जाता है और शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल बनाये रखता है । हैल्दी कोलेस्ट्रॉल लेवल से , कार्डियोवैस्कुलर के रिस्क को कम किया जा सकता है इसलिए रोजाना बादाम खाने चाहिए , तांकि आपका दिल स्वास्थ्य रहे और आपका शरीर दिल की बिमारियों से बचा रहे ।
ब्लड प्रेशर पर नियंत्रण(control )
बादाम ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए , बहुत ही लाभदायक और नेचुरल नुस्खा है । डॉक्टर्स अनुसार , हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत , शरीर में magnesium की कमीं होने के कारण होती है और बादाम में काफी मात्रा में magnesium पाया जाता है , जिससे शरीर की कमी को पूरा किया जा सकता है और ब्लड प्रेशर जैसी लाइफ टाइम रहने वाली , बिमारियों से बचा जा सकता है । magnesium से इन्सुलिन सेंस्टिविटी (insulin senstivity) बढ़ जाती है ।
शुगर के मरीजों को अक्सर , insulin resistance की दिक्कत रहती है , और बादाम magnesium नुट्रिएंट का पावरफुल सोर्स है , जो की इस resistance को कम कर सकता है । बादाम से मिलने वाला फाइबर , ब्लड शुगर के रेगुलेशन में मदद करता है । एक्सपर्ट्स (experts ) अनुसार खाना खानें के बाद , blood sugar spikes के रिस्क को कम करने के लिए , खासतौर पर शुगर के मरीजों को रोजाना बादाम खाने चाहिए । हर रोज सही मात्रा में बादाम खाने से आप सभी अपने ब्लड शुगर लेवल को सही पाएंगे और इसके साथ साथ शुगर से होने वाली कॉम्प्लीकेशन्स के रिस्क को भी कम किया जा सकता है ।
Cognitive Functions में सुधार
बादाम से याददाश्त (memory ) तो स्ट्रांग होती है , पर इसके साथ साथ पुरे ब्रेन के फंक्शन में भी सुधार आता है । बादामों में पाएं जाने वाले नुट्रिएंट्स ब्रेन पावर (brainpower ) को बनाएं रखने का बहुत अच्छा सोर्स है । बादाम की antioxidative प्रॉपर्टी inflammation को कंट्रोल करती है और ऑक्सीडेशन ब्रेन की मैमोरी को बनाये रखता है । विटामिन E , cognitive फंक्शन को सही रखने में मदद करता है । रिसर्च अनुसार , बादाम से हमें neuroprotective फायदे मिलते है , जो हमें neurological disorders से बचाते है ।
Weight loss
रोजाना बादाम खानें से आप अपना मोटापा कम कर सकतें है और एक हैल्दी - फिट लाइफ जी सकते है । बादाम में कई नुट्रिएंट्स होते है पर इसमें ज्यादा कलोरी भी नहीं होती , गुड बैक्टीरिया की मात्रा में सुधार आता है, डाइजेस्ट करने के प्रोसेस में कोई दिक्कत नहीं आतीशरीर के फैट को जलाता है और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम भी करता है । ये सभी प्रॉपर्टीज वजन को बनाएं रखने में मदद करती है , जितना व्यक्ति की उम्र और कद अनुसार आवश्यक है । बादाम से शरीर को जो नुट्रिएंट्स मिलते है , वो खाने को ब्रेक करते है और फिर उसे नुट्रिएंट्स में बदलते है , जिससे खाना आसानी से डाइजेस्ट होता है । बादाम से शरीर का metabolism level बढ़ जाता है । इसे खाने से जल्दी भूख नहीं लगती और आपका वजन भी नहीं बढ़ेगा ।
सर दर्द से राहत
बादाम से शरीर को काफी magnesium मिल जाता है , जिससे हमारी ब्लड वेसल्स रिलैक्स रहती है और हमें अक्सर सर दर्द नहीं होता । आजकल की भाग दौड़ वाली जिंदगी में , सर दर्द एक सामान्य समस्या है जो की सिर्फ बढ़े-बूढ़े ही नहीं बल्कि जवान बच्चे भी सहते है । अक्सर सर दर्द से जूझने वाले लोगों को हर रोज बादाम खाना चाहिए , तांकि उनके शरीर में नुट्रिएंट्स की कमीं पूरी हो और सिर्फ उन्हें ही क्यों , हम सभी को हर रोज बादाम खाने चहिये तांकि हम सभी को भी आने वाले समय में सर दर्द को न सहना पड़े और हमारा स्वास्थ्य स्ट्रांग रहे ।
माइग्रेन के मरीजों के लिए बादाम बहुत अच्छे है क्योंकि magnesium से उन्हें दर्द सहने की पावर मिलती है और वो धीरे धीरे रिलैक्स हो पातें है । डॉक्टर्स की सलाह अनुसार माइग्रेन के मरीजों को magnesium रिच फ़ूड खाना चाहिए।
और पढ़िए : पर्वतारोही अनीता कुंडू को तेनजिंग नोर्गे नेशनल एडवेंचर अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा