Benefits Of Tea: चाय तो सभी को पसंद है। हर कोई सुबह-शाम चाय पीता है। चाहें सर दर्द हो, थकावट हो या अन्य बीमारी, सभी को चाय दिन भर में दो-तीन बार चाहिए। यह दूध में पानी के साथ चाय पत्ती डालकर बनती है। चाय पीने से बहुत-सी बीमारियां नहीं होती। ये बहुत प्रकार की होती हैं जैसे कि लेमन टी, ग्रीन टी, और मसाले वाली। चाय के पौधों की पत्तियां से चाय बनती है। बहुतों को चाय के फ़ायदें पता हैं तो बहुतों को नहीं, मगर क्या आपको पता है कि चाय पीने ने क्या फ़ायदा होता है?
चाय पत्ती के फ़ायदे हमारी सेहत पर
पचाने में सुधार करता है
डॉक्टर द्वारा माना गया है कि चाय पत्ती में फाइबर होता है, जिसकी वजह से यह हमारे खाने को पूरे रूप से पचाने में सहयोग करता है। खाने के बाद चाय पत्ती का प्रयोग करना बहुत ही लाभदायक होता है। यह हमारी पेट की बीमारी जैसे कि आंतों की सूजन और कब्ज को ठीक करने में मदद करता है। अगर आप चाय पत्ती खाते हैं तो आपके शरीर में जिलेटिन जैसे पदार्थ बनने लगते हैं।
ब्लड प्रेशर और लोअर स्ट्रेस
चाय पत्ती मेगनेशियम का बड़ा जरिया है। ये हमारे शरीर में कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करने में मदद करता है। कोलेस्ट्रोल हमारे शरीर में एक हार्मोन हैं जो तनाव और ब्लड प्रेशर को हमारे शरीर में पैदा करते हैं। जिस व्यक्ति को ब्लड प्रेशर और तनाव है उसे चाय का सेवन करना चाहिए।
थकान दूर करता
डॉक्टर द्वारा माना गया है कि चाय के बीच में भरपूर रूप में ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं। इसलिए जो व्यक्ति चाय का प्रयोग करते हैं वह स्वस्थ रहते हैं। दिन भर काम करने के बावजूद वे आराम से बिना थके हुए काम कर सकते हैं। चाय के बीच में भरपूर रूप से मिनरल्स और विटामिन मौजूद होते हैं जो हमें बिना थके काम करने में मदद करते हैं और हमें शक्ति देते हैं।
मोटापा कम करने में मदद
चाय हमें शक्ति तो देती हैं और साथ-साथ हमारे वजन को कम करने में मदद करती है। चाय में कुछ तत्व मौजूद होते हैं जो हमारे पेट में जमी चर्बी हो कम करने में मदद करते हैं जिससे हमारा मोटापा कम हो जाता है। चाय का सेवन करने से हमें भूख भी कम लगती और जिसके कारण हम मोटापे और ज्यादा वजन से बच सकते हैं।
दांत स्वस्थ करना
चाय में भरपूर रूप से कैल्शियम पाया जाता है जो हमारे दांतों को मजबूत और स्वस्थ करने में मदद करता है। चाय में विटामिन ए और फास्फोरस मौजूद होती है जो हमारे दांतों को स्वस्थ और मजबूत करने में मदद करते हैं।
सूचना : इस आलेख को केवल संपादित किया गया है। मौलिक लेखन आयुषी गुप्ता का है।
चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।