Common Indian Food Myths:
खानों से जुड़ी ऐसी बहुत सी बातें हैं जिन पर हम विश्वास कर लेते हैं लेकिन उनका हमारे पास कोई प्रूफ या कोई वैज्ञानिक तथ्य नहीं होता है। क्या आप भी भारतीय व्यंजनों से जुड़ी ऐसी ही कुछ बातों पर सिर्फ सुनकर ही भरोसा करते हैं? आइए जानते हैं इस ब्लॉग में कि वह कौन से तथ्य है जो सही नहीं है।
1. दाल प्रोटीन से भरपूर है?
हम सभी यह जानते हैं कि दाल में प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसलिए जब हमें प्रोटीन की आवश्यकता होती है तो हम अलग-अलग प्रकार की दालों का सेवन करते हैं। लेकिन क्या आप यह भी जानते हैं कि दाल में कार्बोहाइड्रेट भी दोगुनी मात्रा में पाया जाता है।
2. चीनी से बेहतर है शहद?
हम सभी यह समझते हैं कि शहद चीनी से कई गुना बेहतर होता है। इसलिए अगर हमको अपनी डाइट में शुगर की मात्रा कम करनी होती है तो हम चीनी को छोड़कर शहद पर ध्यान देने लगते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि 1 टेबलस्पून चीनी में 46 कैलोरीज मौजूद होती है लेकिन एक टेबलस्पून शहद में 65 कैलोरीज मौजूद होती है। इसलिए अगर आप अपने डाइट में शुगर कम करना चाहते हैं तो शायद शहद बेहतर ऑप्शन नहीं हो सकता।
3. ब्राउन राइस (Brown rice)
हम मानते हैं कि ब्राउन राइस व्हाइट राइस से ज्यादा बेहतर होते हैं क्योंकि इन में अधिक पोषक तत्व मौजूद होते हैं और व्हाइट राइस में अधिक मात्रा में स्टार्च मौजूद होता है। लेकिन अगर आप व्हाइट राइस को सही सब्जियों के साथ मिलाकर खाएंगे तो यह आपको ब्राउन राइस जितना ही पोषक तत्व देंगे।
4. देसी घी नहीं है ज्यादा फायदेमंद?
हम सबको यह लगता है कि देसी घी का इस्तेमाल खाना बनाने में करना अन्य तेलों के मुकाबले अच्छा नहीं है। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है क्योंकि देसी घी में लगभग 65% सैचुरेटेड एसिड और 32% मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड्स मौजूद होते हैं। यह अन्य तेलों के मुकाबले अधिक हेल्दी होता है।
5. गाय के दूध से बेहतर है पौधों से मिलने वाला दूध?
अगर आप यह समझते हैं कि पौधों से मिलने वाला दूध अधिक प्रोटीन से भरपूर होता है तो बिल्कुल गलत है। गाय के दूध के मुकाबले पौधों से मिलने वाले दूध में कम कैलोरीज पाई जाती है और अगर आप लेक्टोज इनटोलरेंस है तो आपको पौधों के दूध का सेवन करना चाहिए लेकिन अगर आप इन दोनों के बीच में कंपैरिजन करेंगे तो गाय का दूध ही अधिक हेल्दी होता है।