Hymen Myths: समाज के अनुसार हाइमन शब्द ही महिलाओं के जीवन में एक बहुत बड़ा स्थान रखता है। अफसोस की बात है, कई महिलाएं इस की उपस्थिति पर विश्वास भी करती हैं। काफी लोग मानते हैं कि शादी की रात चादरों पर खून से लथपथ होना उनके कुंवारी(virgin)होने का सबूत देता है। काफी महिलाएं तो इस बात से डरती है कि उनका होने वाला पति कैसे प्रतिक्रिया दे सकता है, या उसके ससुराल वाले धीरे-धीरे उस पर कैसे बरसेंगे अगर पहली रात उसकी बेडशीट पर खून नहीं पाया जाता है। वजाइना में पाया जाने वाला एक छोटा सा भाग घर में एवं समाज में उसके चरित्र का फैसला करता है। आदिकाल से ही नहीं बल्कि आज तक भी यही माना जाता है कि एक महिला का शरीर तभी शुद्ध होता है जब उसका हाइमन बरकरार रहता है, वास्तव में यह एक पिछड़ा और पारंपरिक मूल्य है।
आइए जानते हैं हाइमन से जुड़ी बड़ी मिथकों के बारे में (Hymen Myths)-
1.जब आप पहली बार सेक्स करते हैं तो हाइमन टूट जाता है
कई तीव्र शारीरिक गतिविधियों जैसे साइकिल चलाना, तैरना, घुड़सवारी आदि के दौरान हाइमन खिंच सकता है या फट भी सकता है। टैम्पोन का उपयोग और आपकी योनि में कुछ डालने (उंगलियां, सेक्स खिलौने, आदि) भी हाइमन को खींच सकते हैं। जब तक आप पहली बार Sex करते हैं, तब तक आपका हाइमन पहले से ही इतना पतला हो सकता है कि यह बिल्कुल भी प्रभावित नहीं होता।
2.मास्टरबेशन से टूटता है हाइमन
हाइमन एक टिशू है जो टूट नहीं सकता बल्कि खींच जाता है। एक अवधारणा यह भी जुड़ी हुई है की मास्टरबेशन करने से हाइमन टूट जाता है परंतु ऐसा नहीं है एक्सटर्नल मास्टरबेशन (external masturbation) हाइमन पर किसी भी प्रकार का असर नहीं डालता। एक्सटर्नल masturbation में केवल वजाइना को बाहर से रब करके ही ऑर्गेज्म (orgasm) लिया जाता है।
3.मेंस्ट्रुअल कप से चली जाती है वर्जिनिटी
मेंस्ट्रुअल कप के उपयोग से आपकी वर्जिनिटी चली जाती है यह सच है या झूठ। क्या आप सच में इनके उपयोग से वर्जिनिटी लॉस कर सकते हैं। उत्तर है बिल्कुल नहीं। आप मेंस्ट्रुअल कप के उपयोग से अपनी वर्जिनिटी नहीं खोते। हमारे आस पास ऐसे बहुत से लोग हैं। जिनका यह मानना है कि वर्जिनिटी तब खोते हैं जब आपके वजाइना में कुछ भी इंसर्ट होता है। पर ऐसा नहीं है।
क्यों पुरुष इस 'सील तोड़ने' में इतना गर्व महसूस करते हैं?
यह उनके लिए अपने दोस्तों के सामने शो-ऑफ करने का एक तरीका है। उन्हें ये समझना होगा कि ये कोई उपलब्धि नहीं है। इस तरह वे औरतों का सम्मान नहीं करते। यह बताता है कि उन्हें औरतों की कोई परवाह नहीं है और सिर्फ सेक्स से मतलब है। इस सोच को अब बदलने की सख्त जरूरत है।