Good Parenting Tips: आज हम एक ऐसे युग में जी रहे हैं जहां पेरेंटिंग करना बहुत मुश्किल हो गया है। हम न जाने कितने ही ऐसे इंसीडट (Incident) सुनते हैं जहां बच्चे को सही शिक्षा ना देने की वजह से, बच्चा अपनी राह भूल जाता है। और ऐसे वक्त में अच्छी पेंटिंग की सबसे ज्यादा जरूरत होती है।
हमने अक्सर पेरेंट्स को अपने पेरेंट्स वाली बातें बोलते हुए सुना है। परंतु अब हमें यह समझना होगा कि समय बदल रहा है तो समय के साथ हमें भी बदलना है। हमें आज के जमाने में रहते हुए अपने बच्चों की पेरेंटिंग करनी होगी। तो आइए आज हम जानते हैं कुछ ऐसे ही अच्छे पेरेंटिंग टिप्स, इस ब्लॉग के जरिए
1.पैरेंट्स होते है पहले शिक्षक
यह बात तो हम सब ने बहुत पहले से ही सुन रखी है कि मां अपने बच्चे की पहली शिक्षक होती है। यह बात पूरे तरीके से सही भी है लेकिन केवल मां नहीं बल्कि दोनों ही पेरेंट्स अपने बच्चे के पहले शिक्षक होते हैं। बच्चे हर चीज अपने मां बाप से सीखते हैं। खाना खाने का ढंग बैठने का ढंग चलने का ढंग यह सब बच्चे अपने मां-बाप से सीखते हैं। उनकी मानसिकता का विकास उनके पेरेंट्स के बिहेवियर (Behaviour) पर बहुत ज्यादा डिपेंड करता है।
2.बच्चों को सिखाएं सेल्फ रिस्पेक्ट का महत्व
प्रत्येक माता-पिता को अपने बच्चों को सेल्फ रिस्पेक्ट का महत्व सिखाना चाहिए। खासकर हमारे भारतीय समाज में जहां हमें सिखाया जाता है कि हमें समाज के हिसाब से चलना होगा और कंप्रोमाइज करना होगा। कंप्रोमाइज करने की शिक्षा लड़कियों को जरूर दी जाती है। जबकि माता पिता को अपने बच्चों को हर अन्याय और अपने अधिकारों के लिए डटकर खडा होने की सीख देनी चाहिए ना कि कंप्रोमाइज करने की।
3.सेक्स एजुकेशन के बारे में बात करें
एक बच्चा अपने शरीर में बहुत सारे बदलावों से गुजरता है। सही सेक्स एजुकेशन न केवल सेक्स की मूल बातें संसाधित करने में मदद करती है, बल्कि उनके शरीर में विकास को समझने में भी मदद करती है। सेक्स एजुकेशन (Sex Education) सही समय पर मिलने से बच्चे ऑनलाइन माध्यमों से यह एजुकेशन ना प्राप्त करके सही राह पर चल सकते हैं।
4.अपने बच्चों के साथ समय बिताएं
बच्चों के साथ अच्छी क्वालिटी का समय बिताने का कोई विकल्प नहीं है, क्योंकि यह उनके साथ बंधने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक साबित हुआ है। चीजों पर पैसा खर्च करने के बजाय, उनके साथ समय बिताना ज्यादा जरूरी है ताकि वे सुरक्षित और प्यार महसूस करें। माता-पिता दोनों को हर दिन एक साथ गतिविधियों को करने के लिए समय निकालना चाहिए जिसमें एक साथ खेलना, एक फिल्म देखना या सिर्फ अपने दिन पर चर्चा करना शामिल है।
5.फाइनेंशिसल फ्रीडम की इंपॉर्टेंस बताएं
अक्सर भारतीय माता-पिता अपने बच्चों को जल्दी से फाइनेंशली इंवॉल्व नहीं करते हैं। वह उनसे घर में हो रही फाइनैंशल तंगी के बारे में बात नहीं करते हैं और ना ही उसका महत्व बच्चों को समझाते हैं। ऐसा करना बिल्कुल गलत है आपको अपने बच्चों को छोटे से ही फाइनेंशियल फ्रीडम (Financial Freedom) की इंपॉर्टेंट समझानी चाहिए साथ ही उन्हें बताना चाहिए कि अपने जीवन में फाइनेंशली इंडिपेंडेंट होना बहुत जरूरी होता है।