Dhanteras 2024 : भारत में हर साल दीपावली से ठीक पहले धनतेरस का पर्व मनाया जाता है, जो शुभता, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की कामना का प्रतीक है। यह पर्व व्यापारियों और गृहस्थों के लिए खास होता है क्योंकि इस दिन सोने, चांदी, बर्तन और धन की खरीदारी शुभ मानी जाती है। इस साल धनतेरस 29 अक्टूबर 2024 को मनाया जाएगा। आइए, जानते हैं इस खास पर्व से जुड़ी 10 महत्वपूर्ण बातें।
जानें इस खास पर्व से जुड़ी 10 महत्वपूर्ण बातें
1. धनतेरस का महत्व
धनतेरस का नाम "धन" और "तेरस" से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है "धन का दिन"। इस दिन देवी लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा की जाती है ताकि घर में समृद्धि और सौभाग्य बना रहे।
2. भगवान धन्वंतरि की पूजा
धनतेरस को आयुर्वेदाचार्य भगवान धन्वंतरि का जन्मदिवस भी माना जाता है, जो समुद्र मंथन के दौरान अमृत कलश के साथ प्रकट हुए थे। स्वास्थ्य की देवी के रूप में धन्वंतरि की पूजा कर अच्छे स्वास्थ्य की कामना की जाती है।
3. सोने-चांदी और बर्तनों की खरीदारी
धनतेरस के दिन सोने, चांदी और बर्तनों की खरीदारी का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन खरीदी गई वस्तुएं घर में स्थायी रूप से धन और समृद्धि को आकर्षित करती हैं।
4. दीप जलाना
धनतेरस के दिन घर के बाहर एक दीपक जलाकर यमराज की पूजा करने का भी विशेष महत्व है। इसे "यम दीपदान" कहते हैं और यह पूरे परिवार के स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना का प्रतीक है।
5. शुभ मुहूर्त पर खरीदारी
धनतेरस के दिन खरीदारी करने के लिए शुभ मुहूर्त का विशेष ध्यान दिया जाता है। इस दिन लोग सोने, चांदी, गहनों और बर्तनों की खरीदारी के लिए शुभ समय का इंतजार करते हैं ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य आ सके।
6. बर्तन खरीदने का महत्व
धनतेरस के दिन खासतौर पर बर्तन खरीदने का रिवाज है। ऐसा माना जाता है कि बर्तन खरीदने से घर में स्थिरता और सकारात्मकता बनी रहती है। इसे लक्ष्मी की कृपा पाने का प्रतीक माना जाता है।
7. पंचदीप जलाना
इस दिन घर के प्रत्येक कोने में पंचदीप जलाने का भी रिवाज है, जिससे नकारात्मकता दूर होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
8. स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना
धनतेरस का पर्व न केवल धन प्राप्ति बल्कि अच्छे स्वास्थ्य की कामना का भी पर्व है। इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा के साथ-साथ स्वास्थ्य और समृद्धि की प्रार्थना की जाती है।
9. घर की साफ-सफाई
धनतेरस से पहले घर की साफ-सफाई का विशेष महत्व होता है। ऐसा माना जाता है कि देवी लक्ष्मी स्वच्छता पसंद करती हैं और वे उन्हीं घरों में निवास करती हैं जहां साफ-सफाई और सकारात्मकता का वातावरण होता है।
10. लक्ष्मी पूजन की शुरुआत
धनतेरस से ही दिवाली के महापर्व की शुरुआत हो जाती है। इस दिन देवी लक्ष्मी का स्वागत करने के लिए घर में उनके आगमन के प्रतीक स्वरूप पूजा की जाती है ताकि दिवाली पर उनका पूर्ण आशीर्वाद प्राप्त हो सके।