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सुशांत सिंह राजपूत के मूवी ट्रेलर ने किया हम सब का दिल बेचारा...

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Swati Bundela
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सुशांत सिंह राजपूत को जब मैंने पहली बार देखा था तो वो अर्चना का मानव था। टी वी में अजीब से बाल और रिलैक्सिंग स्माइल के साथ सुशांत हमें इतना रुलाएगा पता नहीं था। आज उसकी आखिरी फ़िल्म का आखिरी ट्रेलर आया जिसका शायद हम सब बेसब्री से इंतेज़ार कर रहे थे।

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उसकी फ़िल्म 'दिल बेचारा' के ट्रेलर आज आया। उसकी हंसी देख कर फिर से उससे वापस आने की रिक्वेस्ट भी की पर शायद उसने नहीं सुनी। हम चाहते थे ये फ़िल्म थिएटर में देखें पर डिजिटल रिलीस की जा रही है।



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सुशांत एक ऑप्टिमिस्ट जिससे हम प्यार करते थे



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दिल बेचारा सुशांत की ये आखिरी फ़िल्म थी। सुशांत हमेशा से अपने पॉजिटिव रोल्स के लिए जाने जाते हैं जो हंसते हंसते सारी मुश्किले खत्म कर दें।

सुशांत के वन लाइनर्स और प्यारी सी स्माइल ने दिल बेचारा के ट्रेलर को और स्टारी बना दिया है। मुझे पता था कि ट्रेलर देखना आसान नहीं होगा क्योंकि सुशांत अब नहीं है और ट्रेलर देखने के बाद मेरा शक सही निकला। सुशांत के डायलॉग्स और उनकी हंसी ने मुझे फिर से उसकी याद दिला दी।

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नार्मल सी कहानी है पर सुशांत ने उसमे लगाए हैं चार चांद

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ट्रेलर बहुत ही सिंपल है कि एक लड़का है जो अपने आप को फाइटर मानता है क्योंकि उसने बोन कैंसर को मात दे दी है और एक लड़की है जो अभी कैंसर से जूझ रही है। ये लड़का उस लड़की को जीना सिखाता है। उसकी जिंदगी में रंग भरता है। दोनों प्यार में पड़ते हैं। लड़की का कैंसर इस फ़िल्म का विलन है।



सिंपल सी स्टोरी और सिंपल से सुशांत। संजना संघी सुशांत के साथ बहुत अच्छी लग रहीं हैं। सुशांत फ्लर्ट करने के अंदाज़ में थोड़े से अलग दिख रहे हैं। इंटेंस लवर बॉय तो कभी एक मजाकिया दोस्त का किरदार सुशांत बड़ी बखूबी निभा रहे हैं।
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वन लाइनर्स की बात ही क्या

एक सीन में संजना कहती है कि मुझे तुम सीरियल किलर की तरह लगते हो तो मैनी उर्फ सुशांत एकदम चीसी दोस्त की तरह कहते हैं मैं सीरियल किलर तुम सीरियल किसर।



सुशांत रेस्ट इन ग्लोरी



14 जून को जब उसके चले जाने की खबर सुनी तो लगा कि फेक न्यूज़ है। जब कन्फर्म होगया तो भी यकीन नहीं हुआ। क्यों हुआ क्या हुआ पता नहीं पर आंसू नहीं रुके। लगा कि कुछ अंदर टूट गया है ।



उनकी फिल्म्स एक सौगात तो हैं पर उन्हें देखना बहुत मुश्किल है। ऊपर से जब वो अपना डॉयलोग बोलता है कि वो फाइटर हैं तो लगता है एक बार फाइट बैक करके तो देखते। जो भी हो मैं इस मूवी के लिए बेसब्री से इंतज़ार कर रही हूँ



और पढ़िए-सुशांत सिंह राजपूत अक्सर अपनी माँ को याद किया करते थे
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