Do Not Ignore These Signs In A Relationship: प्यार वह होता है जब हम एक दूसरे को जाने, एक दूसरे की कदर करें और एक दूसरे को खुश रखने की कोशिश करें लेकिन यह तभी सार्थक होता है जब यह दो तरफ़ा हो यानी कि म्यूचुअल हो जब यही बात एक तरफ़ा हो जाए तो इस बदलाव को प्यार कहकर अनदेखा करना ना ही केवल अपने भावनाओं से बल्कि अपने आप से भी बेमानी हैI जब आप दो कदम आगे बढ़े तो आपके सामने वाला इंसान भी दो कदम बढ़े इसी समानता के साथ आपके प्यार का विकास होता हैI यह बात जायज है कि जब हम प्यार में होते हैं तब अपने पार्टनर का साथ पाने के लिए और उनका साथ निभाने के लिए हम छोटी बड़ी हर मुमकिन कोशिश करते हैं लेकिन यह देखना भी जरूरी है कि हमारी कोशिशें की कदर की जाए और दूसरे तरफ से भी कोशिश की जाए क्योंकि यदि किसी रिश्ते में 'म्यूचुअल एफर्ट्स' ना हो तो वह रिश्ता बस एक नाम का बंधन रह जाता है इसलिए किसी रिलेशनशिप से पहले या रिलेशनशिप के दौरान हमें कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए ताकि हम बाद में ना पछताएI
रिलेशनशिप में कौन सी बातों को नजरअंदाज ना करें?
1. आपको अपनाना
दुनिया में कोई भी इंसान परफेक्ट नहीं होता है हर कोई अपने गुण अवगुणों के साथ ही बनता है लेकिन यदि कोई आपको आपके अवगुणों के साथ ना अपना पाए और बदले में आपसे यह अपेक्षा करें कि आप उनके लिए बदल जाए तो वह क्या आपके प्यार के काबिल हैI बेशक यदि आपको आपकी गलती का एहसास दिला ए लेकिन यदि वह आपकी हर बात को जज करता रहे तो अपने फैसले पर पुनर्विचार करेंI
2. आपकी पसंद की कदर करना
हर रिलेशनशिप में दोनों की भिन्न पसंद आवश्य हो सकती है लेकिन दोनों को एक दूसरे की पसंद की कदर करनी आनी चाहिए यदि आपका पार्टनर आपकी पसंद की कदर ना करें और बदले में यह चाहे कि आप उनके सांचे में ढले तो क्या यह उचित है? ऐसा नहीं कि आपके पार्टनर को आपकी हर पसंद को अपनाना चाहिए लेकिन यदि वह आपकी पसंद ना पसंद जाने की कोशिश भी ना करें और उल्टा यह चाहे कि आप उनके पसंद ना पसंद को जाने तो यह प्यार नहीं, क्योंकि प्यार में स्वार्थ नहीं होताI
3. एफर्ट्स डालना
किसी रिश्ते को मज़बूत बनाने के लिए छोटी-छोटी कोशिशे करनी चाहिए क्योंकि इनसे आपका प्यार और भी गहरा बनता है और कई सारी यादें बनती हैI एफर्ट्स जैसे कि एक दूसरे को घूमने के लिए ले जाना या फिर किसी गिफ्ट से सरप्राइज देना, फूल देना या फिर चिट्ठी लिखना, साथ में बैठकर पुराने गाने सुनना, यही छोटी-छोटी बातें तो खुशी देती है लेकिन यदि आपका पार्टनर आपकी खुशी के लिए इतना सा भी प्रयास न करे तो उनकी इस स्वभाव को नजरअंदाज ना करेI
4. आपके स्वतंत्रता का सम्मान करना
कोई भी पुरुष असली मायनों में सच्चा साथी तभी बनता है जब वह अपने पार्टनर का सम्मान करे और उनके स्वतंत्रता की कदर करे ना कि अपने विचार उन पर थोपे और यह अपेक्षा करे कि वह आपका कहां मानेंगे क्योंकि वह आपसे प्यार करते हैंI क्या आपके पार्टनर की भी ऐसी ही सोच है? यदि हां! तो यह जरूर याद रखिए की आपकी स्वतंत्रता और आपका निर्णय, यह केवल आपका हक है और यदि कोई भी इसके आड़े आए तो उस संकेत को पहचाने क्योंकि सच्चा साथी वही जो आपकी दृष्टिकोण, आपके लक्ष्य और आपकी स्पेस का सम्मान करे ना ही आपको अपनी बातों से आपको भ्रमित करने की कोशिश करेI
5. कमिटमेंट
कोई भी रिश्ता कितने दिन टिकेगा इसका भरोसा कोई नहीं दे सकता लेकिन उस रिश्ते को बचाए रखना यह उन दोनों की जिम्मेदारी है जो एक दूसरे से प्यार करते हैं और यह समझदारी समान रूप से उन दो व्यक्तियों की ही हैI यदि आपको कभी भी लगे कि आपका पार्टनर आप दोनों के रिश्ते को लेकर गंभीर नहीं है, अपने जीवन में आपको किनारा कर रहा है जैसे कि अपने दोस्तों से न मिलाना अपने निजी जीवन के बारे में कुछ भी शेयर ना करना तो यह चिंता का विषय हैंI
6. ओपन कम्युनिकेशन
किसी भी रिश्ते में ईमानदारी और स्पष्टता बहुत आवश्यक हैI दोनों को ही एक दूसरे के साथ अपनी भावनाओं और अपने विचारों को लेकर स्पष्ट रहना चाहिए और यदि कभी भी किसी एक को कोई भी बात सताए तो उसे अपने विचार अपने पार्टनर के साथ कम्युनिकेट करनी चाहिए कि उनका इस विषय पर क्या राय है और वह क्या चाहते हैंI यदि आप अपनी बातें एक दूसरे के साथ खुलकर शेयर ही ना कर पाए तो यह कैसा रिश्ता? किसी भी समस्या के दौरान उसे ना दबाये न रखकर उसे सुलझाने की कोशिश करनी चाहिएI