Don’t Use These Things For vaginal Lubrication: सेक्स एक नेचुरल इच्छा है। जिसका जागृत होना स्वाभाविक है। यह एक रिश्ते को मजबूती प्रदान करता है, लेकिन कई बार सेक्स के दौरान ऐसे पल आते हैं जब शर्मिंदगी महसूस होने लगती है। एक अच्छे फोरप्ले के बाद भी कई बार महिलाओं को वजाइनल ड्राईनेस का सामना करना पड़ता है। जिसे दूर करने के लिए अक्सर महिलाएं सेक्स के दौरान लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करती हैं, जो कि स्मूद सेक्स के लिए जरूरी भी है लेकिन कई बार गलत चीजों का इस्तेमाल करना नुकसानदायक साबित हो जाता है। कपल्स के बीच में सेक्स जितना जरूरी है, उतना ही यह भी कि वो सेक्सुअली हेल्दी भी रहें। वजाइना बहुत संवेदनशील अंग होता है, इसलिए इस पर कोई भी चीज का इस्तेमाल करने से पहले जरूर सोचें।
वजाइनल लुब्रिकेशन के लिए ना करें इन चीजों का इस्तेमाल
लुब्रिकेशन की मदद से स्मूद सेक्स होती है, क्योंकि इसके बिना इंटरकोर्स करना दर्दनाक हो सकता है और वजाइनल लाइनिंग को भी यह डैमेज कर देता है, इसलिए अगर नेचुरल तौर पर लुब्रिकेशन नहीं हो रहा तो सेक्स के दौरान लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करना चाहिए लेकिन इन चीजों का इस्तेमाल वजाइनल लुब्रिकेशन के लिए भूलकर भी ना करें।
1. पेट्रोलियम जेली
यह वजाइनल लुब्रिकेशन के लिए बहुत नुकसानदायक होता है, क्योंकि जो महिलाएं अपने इंटिमेट एरिया में पेट्रोलियम जेली का इस्तेमाल करती है। उन्हें बैक्टीरियल वेजिनोसिस होने का खतरा रहता है। खासतौर पर जो महिलाएं प्रेग्नेंसी कंसीव करने का सोच रही हैं। उन्हें इसका इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। इस दौरान यह एक शुक्राणु नाशक के तौर पर कार्य करता है।
2. बॉडी लोशन
इसमें बहुत सारे रसायन होते हैं। जो आपके वजाइना जैसी संवेदनशील क्षेत्र में उपयोगी नहीं होते हैं, क्योंकि यह प्राकृतिक रूप से ऑर्गेनिक नहीं होते। ऐसे भी मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल प्राइवेट एरिया के लिए सही नहीं होता।
3. बेबी ऑयल
कई लोग सेक्स के दौरान इसका इस्तेमाल करते हैं, जो कि बिल्कुल भी वजाइनल हेल्थ के तौर पर सेफ नहीं होते। इसके प्रयोग से वजाइनल एरिया संक्रमित हो सकती है, जो यीस्ट इन्फेक्शन को उत्पन्न कर सकता है।
4. मक्खन और घी
मक्खन और घी दोनों ही चिकने होते हैं, लेकिन इसके इस्तेमाल से बचना चाहिए क्योंकि इसका उपयोग करने से आपकी वजाइना की पीएच संतुलन बिगड़ सकती है। जिससे योनि संक्रमण, जलन जैसी कई समस्याएं उत्पन्न हो जाएगी।
5. थूक
कई लोग इंटरकोर्स से पहले इसके उपयोग से लुब्रिकेंट करते हैं, जो कि वजाइनल हेल्थ के लिए नुकसानदायक होता है। इसके उपयोग से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि इसके लार में बहुत सारे बैक्टीरिया होते हैं जो जीवाणु संक्रमण को बढ़ाने के साथ-साथ कैंडिडिआसिस का भी खतरा बढ़ाते हैं।