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How Does Bengalis Celebrate Poush Sankranti? (image credit- Zee5)
How Does Bengalis Celebrate Poush Sankranti?: बंगाली संस्कृति के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है 'पौष पार्बोनI' यह पर्व उनकी मकर संक्रांति है जिसे पौष संक्रांति भी कहा जाता हैI मकर संक्रांति सूर्य के दक्षिणी से उत्तरी गोलार्ध तक की यात्रा का उत्सव है जिसे इतना शुभ माना जाता है कि सारे शुभ कार्य इस दिन पूरे किए जाते हैंI इस साल यह शुभ दिन 14 जनवरी को मनाया जाने वाला है जो कि रविवार को हैI इस दिन अच्छी-खासी फसल के लिए किसान और बाकी सब सूर्य देवता का नमन करते हैं और उनसे सुख- समृद्धि की प्रार्थना करते हैं एवं कई तो गंगा घाट में गंगा स्नान भी करते हैंI उसी जगह, सागरद्वीप में बंगाल का सबसे प्रसिद्ध गंगासागर मेला बैठता है और बंगाल एवं कई प्रांतों से लोग इस मेले में मजा लूटने आते हैंI
कैसे मनाया जाता है पौष संक्रांति का उत्सव?
इस साल यह पावन त्योहार 15 जनवरी, सोमवार को मनाया जाने वाला हैI नई फसल के साथ नई उम्मीद लेकर बंगाली मिलजुल कर इस त्योहार को बड़ी धूमधाम से मनाते हैंI बंगाल के हर घरों में इस दिन सुबह उठकर लोग अपने-अपने घरों में द्वार पर अल्पना लगाते हैं और कई हफ्तों से चलती है बेहतरीन पकवानों की तैयारीI पाटिशाप्टा,पीठे-पुली से लेकर पायेश और वह भी अगर नॉलेण गुड़ के बने हो तो क्या कहना, बंगालियों की सबसे प्रसिद्ध व्यंजन है जो हर साल सर्दी के महीने में बंगाली बड़े चाव से बनाते हैं और खाते हैंI पौष संक्रांति में चावल का आटा, नारियल, दूध और गुड़ विशेष रूप से व्यंजनों में प्रयोग किया जाता है, साथ ही में तिल और कदमा खाने की भी परंपरा हैंI प्रातः में घर के सभी सदस्य चिउड़ा, मुरी और दही मिलाकर सुबह का नाश्ता करते हैंI यहां तक की पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में बड़ी ठाट- बाट से मेले का आयोजन किया जाता हैI
कहां-कहां मनाया जाता है पौष संक्रांति का त्योहार?
दक्षिण 24 परगना में हर साल सागरद्वीप क्षेत्र में गंगा सागर मेले का आयोजन किया जाता है जहां भक्तों की भीड़ इकट्ठी हो जाती है गंगा में डुबकी लगाने के लिए और सूर्य देव की प्रार्थना करने के लिएI तो वही दूर-दूर से लोग आते हैं इस भव्य मेले में आनंद उठाने के लिएI बड़े-बुजुर्ग, बच्चे-जवान हर कोई, रंग- बिरंगी चीज़ और मुंह से लार टपकने वाले खाने देखकर व्याकुल हो जाते हैंI साथ ही में कई कलाकार भी आते हैं यहां के विशेष समारोह में भाग लेने के लिएI सिर्फ गंगासागर मेला ही नहीं बल्कि और भी कई बड़े-बड़े लोकप्रिय अनुष्ठान बंगाल में आयोजित किए जाते हैं जैसे कि शांतिनिकेतन में पौष मेला या फिर बंगाल के उत्तर 24 परगना में दमदम संगीत मेला और दमदम मेला भी बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता हैI सिर्फ कोलकाता ही नहीं बल्कि बंगाल के विभिन्न स्थानों में जैसे कि बीरभूम, पुरुलिया और बांकुरा में भी तरह-तरह के मेले बैठते हैं जहां आपको शहर से दूर, प्राकृतिक वातावरण के साथ जुड़ने का मौका मिलता हैI जहां आप लोक- नृत्य एवं बाउल संगीत का आनंद भी उठा सकते हैंI