How Much Right Does A Wife Have On Her Husbands Property After Marriage: शादी के बाद पति और पत्नी एक दूसरे के जीवन साथी होते हैं और उन्हें बराबर माना जाता है। लेकिन अलग-अलग समाज में यह बराबरी का दर्जा भी अलग होता है। जैसे कि परिवार बनाने, परिवार का पालन पोषण करने और कुछ अन्य चीजों में दोनों बराबर होते हैं लेकिन कई ऐसी चीजें भी होती हैं जहाँ पर पुरुषों को महिलाओं से ऊपर रखा जाता है। महिलाओं को घर की लक्ष्मी कहा तो जाता है लेकिन उनका सम्पत्ति पर कितना अधिकार है यह कभी नहीं कहा जाता है। शादी करने के बाद भी महिलाओं के लिए सम्पत्ति के अधिकार पर अलग-अलग नियम बनाए गये हैं। आइये जानते हैं-
शादी के बाद पत्नी का पति की सम्पत्ति पर कितना अधिकार होता है
शादी के बाद पति-पत्नी एक दूसरे के पार्टनर होते हैं लेकिन सम्पत्ति को लेकर अलग-अलग नियम तय हैं और इन नियमों के हिसाब से ही पत्नी का पति की सम्पत्ति पर अधिकार तय किया जाता है। लाइफ में घटने वाली घटनाएं भी इसमें एक अहम रोल अदा करती हैं। आइये विस्तार से जानते हैं-
विवाह में मिलने वाले धन पर अधिकार
कई जगहों पर विवाह को साझेदारी माना जाता है और विवाह के दौरान अर्जित संपत्ति को अक्सर संयुक्त संपत्ति माना जाता है। भले ही शीर्षक या विलेख पर पति-पत्नी का नाम हो। इसका मतलब यह है कि विवाह के दौरान अर्जित संपत्ति पर पति-पत्नी दोनों का अधिकार होता है। भले ही इसे खरीदने के लिए किसकी आय का उपयोग किया गया हो। लेकिन इस सम्पत्ति पर पत्नी का भी अधिकार पति के बराबर होता है।
तलाक के मामले में
तलाक के मामले में संपत्ति का बटवारा आमतौर पर सामुदायिक संपत्ति के नियमों के द्वारा सुनिश्चित किया जाता है। जहां विवाह के दौरान अर्जित सभी संपत्तियों को दोनों पति-पत्नी द्वारा समान रूप से स्वामित्व माना जाता है या न्यायसंगत वितरण जहां संपत्ति निष्पक्ष रूप से विभाजित होती है लेकिन जरूरी नहीं कि समान रूप से यह विभिन्न कारकों पर आधारित होता है। कुछ समुदायों में तलाक के बाद पत्नी को पति द्वारा भरण पोषण का खर्च दिया जाता है और सम्पत्ति पर उसका कोई अधिकार नहीं होता है।
पति की मृत्यु होने पर
भारतीय समाज में पति की मृत्यु के बाद महिलाओं को पति की पैत्रक सम्पत्ति पर अधिकार नहीं दिया जाता है। उसे पति के परिवार से भरण-पोषण पाने का आधिकार है। लेकिन अगर उसके पति ने कुछ सम्पत्ति अपने दम पर अर्जित की है तो वह पत्नी की ही होगी। साथ ही अगर पति की मृत्यु हो जाती है और उसे कुछ बच्चे हैं तो बच्चों का अधिकार पिता की पैत्रक और निजी सम्पत्ति दोनों पर होता है।
कानून
भारत में शादी के बाद अपने पति की संपत्ति पर पत्नी के अधिकार विभिन्न कानूनों द्वारा शासित होते हैं। जिनमें धर्म पर आधारित व्यक्तिगत कानून साथ ही सामान्य नागरिक कानून भी शामिल हैं। अपने पति की संपत्ति पर पत्नी के अधिकार धर्म, संपत्ति के अधिग्रहण के तरीके और क्या विवाह किसी विशिष्ट धार्मिक कानून या देश के धर्मनिरपेक्ष कानून के तहत है के आधार पर अलग हो सकते हैं।