How To Set Boundaries For Your Children During Their Teenage Years?: 13 से 18 साल की उम्र में जब आपका बच्चा एक टीनएजर के तौर पर अपने जीवन को जीने की कोशिश करता है तब माता-पिता होने के नाते यह जरूरी है कि आप उसके ग्रोथ और सीखने के लिए उसे बढ़ावा देI लेकिन साथ ही में बढ़ती उम्र में स्वतंत्र होने की चाह में अक्सर बच्चे अपना रास्ता भटक जाते है और माता-पिता का उन्हें कुछ भी समझना सही नहीं लगता हैI ऐसे में हो सकता है कि वह जिद्द पर भी उतर आएI तो ऐसे वक्त में एक माता-पिता को अपने बच्चों के लिए कुछ ग्राउंड रूल्स बनाने चाहिए ताकि वह जीवन में अनुशासन अपनाए और सही गलत के बीच फर्क जानेI
अपने टीनएजर बच्चे को इन दायरों में रखे
1. ओपन कम्युनिकेशन बनाये रखे
अपने टीनएज बच्चे के साथ खुले मन और ईमानदारी के साथ कम्युनिकेट करे। अपनी अपेक्षाओं पर चर्चा करे और उनके दृष्टिकोण को सुनें। इससे उन्हें आपके द्वारा तय किए गए सीमाओं के पीछे के तर्क को समझने में मदद मिलती है और उन्हें अपने विचारों और चिंताओं को बांटने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
2. उचित नियम तय करे
स्पष्ट और आवश्यक नियम स्थापित करे। सुनिश्चित करे कि इन नियमों को तोड़ने के परिणाम पहले से आपके बच्चे को ज्ञात हो। ताकि आपके बच्चे को यह जानने में मदद करे कि उन्हें क्या अपेक्षा करनी चाहिए और यह उनके मन में जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देती है।
3. निगरानी रखा करे
अपने बच्चे की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनकी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों गतिविधियों पर नज़र रखे। जैसे-जैसे आपका बच्चा बड़ा होता है और परिवार के नियमों का सम्मान करते हुए जिम्मेदारी उठाने की लेने की उम्र तक पहुंचता है तब उनके हालातों के अनुकूल उनके लिए सीमाएं सेट करेI
4. सुख-सुविधा और जिम्मेदारी का एहसास दिलाये
कार का उपयोग करने या दोस्तों के साथ बाहर जाने जैसे सुख-साधनों के उपयोग को जिम्मेदार होने के व्यवहार से जोड़े। यह आपके बच्चे को सिखाता है कि कुछ स्वतंत्रताएँ निर्धारित सीमाओं के पालन पर निर्भर है। यह उनके अपने जीवन में मौजूद हर छोटो बड़ी सुख सुविधाओ के प्रति आभारी बनाने में मदद करेगी।
5. अनुशासन में बांधे
हर किसी को अपनी अपनी स्वतंत्रता का समान अधिकार है लेकिन इस स्वतंत्रता का बच्चा फायदा ना उठाए यह देखना भी माता-पिता की जिम्मेदारी हैI इसलिए अपने बच्चे के घर से आने जाने के समय का ध्यान रखे और उनके घर लौटने का एक अनुकूल समय निर्धारित करे ताकि वह अनुशासन में चले और उनके रूटीन में किसी भी तरह का कोई उतार-चढ़ाव न होI
6. आपसी सम्मान स्थापित करे
अपने बच्चे की राय और भावनाओं के प्रति सम्मान दिखाए। यह आपके प्रति उनके विश्वास को बढ़ावा देता है और दर्शाता है कि उनके दृष्टिकोण को महत्व दिया जाता है, जिससे उनके लिए आपके द्वारा निर्धारित सीमाओं का सम्मान करना अधिक संभव हो जाता है।
7. स्क्रीन टाइमिंग पर रोक लगाए
टेक्नोलॉजी का बढ़ता प्रभाव आपके बच्चे को फोन कंप्यूटर एवं टीवी के प्रति आकर्षित कर सकता हैI इतना कि वह इसे एडिक्टेड हो जाएI ऐसे में इसका प्रभाव आपके बच्चे के मस्तिष्क को पर भी पड़ सकता है कोशिश करे उनके स्क्रीन टाइमिंग को घटाने की और उन्हें इस्तेमाल करने के लिए अलग से समय निर्धारित करेI