How To Treat Kids Equally: इक्वालिटी की पहल घर से होती है यदि घर में इक्वलिटी नहीं है तो बाहर भी बदलाव नहीं लाया जा सकता। इसीलिए जरूरी है कि घर में बच्चों को इक्वालिटी का पाठ पढ़ाया जाए ताकि वह बाहर जाकर के लोगों को यह बात कहीं ना कहीं समझा सकें। कई बार घरों में देखा जाता है कि बच्चों को इक्वली ट्वीट नहीं किया जाता है लड़कों को अलग और लड़कियों को अलग ट्रीटमेंट मिलती है आइये जानते हैं कि घर में अपने बच्चों को इक्वलिटी कैसे किया जाता है?
घर में अपने बच्चों को इक्वली कैसे ट्रीट करें
1. घर का बराबर काम दें
अक्सर घरों में होता है की लड़कियों को घर के काम ज्यादा दिए जाते हैं और लड़कों को बिल्कुल भी नहीं इक्वलिटी की पहल इससे शुरू करनी चाहिए घर के काम अपने दोनों बच्चों को बराबरी से दिन और उन्हें बराबरी से किचन और घर के काम सिखाएं।
2. पढ़ाई पर ध्यान दें
लड़की और लड़की दोनों की पढ़ाई में एक वाली ध्यान देना चाहिए दोनों कोई सफल बनने पर उतना ही जोड़ देना चाहिए। दोनों को ही अपने नी होना बहुत जरूरी है यह बात उनके दिमाग में बैठ जानी चाहिए कि चाहे जो भी हो आत्मनिर्भर होना आवश्यक है।
3. अच्छी सीख
अपने बेटों को अच्छी सीख देना बहुत जरूरी है कि महिलाओं को कमजोर ना समझे और उन्हें रिस्पेक्ट के साथ अच्छे से ट्वीट किया जाए। साथ ही किचन केवल महिलाओं का नहीं है। यह हर एक उस इंसान का है जो घर में भोजन खाते हैं।
4. किसी जानकारी से अनछुआ न रखें
कई बार पीरियड जैसी बातों को घर में छुपाया जाता है जबकि यह काफी नेचुरल बात है अपने बच्चों से इन बातों को बिल्कुल भी ना छुपाए चाहे वह लड़का हो या लड़की दोनों को ही इक्वली इन सब बातों का ज्ञान होना चाहिए।
5. इक्वल पेरेंटिंग करें
जितना आप अपने बेटी को देते हैं उतना ही अपनी बेटी को दें। दोनों ही घर के चिराग हैं ना कि केवल बेटा। दोनों ही अपने इमोशन खुल कर एक्सप्रेस कर सकते हैं क्योंकि अपनी इमोशंस को खुलकर एक्सप्रेस करना कमजोरी नहीं ताकत होती है।