Importance Of Solo Life: भारतीय कल्चर में हम बचपन से ही परिवार में रहते हैं। आजकल बच्चे एक उम्र के बाद काम या फिर पढ़ाई के लिए दूसरे शहरों में शिफ्ट हो जाते हैं या फिर विदेश चले जाते हैं। अभी भी परिवारों में अकेले रहने का कॉन्सेप्ट नहीं है लेकिन यह बहुत जरूरी है। जब आप अकेले रहना शुरू करते हैं उसे समय जिन कठिनाइयों का सामना करते हैं उनसे आप बहुत कुछ सीखते हैं। इससे आपकी पर्सनालिटी और करैक्टर दोनों पर पॉजिटिव प्रभाव पड़ता है। आइये जानते हैं कि कैसे आप अकेले रहना शुरू कर सकते हैं-
अकेले रहना क्यों जरूरी है? जानिए कुछ बातें
पूर्ण रूप से आत्मनिर्भर
जब आप अकेले रहना शुरू करते हैं तब आप पूर्ण रूप से आत्मनिर्भर हो जाते हैं।आप अपना खाना बनाने से कपड़े धोने तक उसके बाद कमाई आप अकेले ही करते हैं। अगर आपको घर में आकर एक पानी का गिलास भी चाहिए उसके लिए भी आपको खुद ही रसोई में जाना पड़ेगा। ऐसी स्थिति में रहना आपको बिल्कुल आत्म निर्भर बना देता है जो की अच्छी बात है।
दूसरों से कम अपेक्षाएं
जब आप अकेले रहना शुरू करते हैं तो आपकी दूसरों से अपेक्षाएं कम हो जाती हैं। दूसरों से अपेक्षाएं रखना गलत बात नहीं है लेकिन कई बार हम ऐसी अपेक्षाएं भी दूसरों से कर लेते हैं जो पूरी न होने पर हमें दुख देती है। इसके साथ ही हम दूसरों पर निर्भर होने लगते हैं। इसलिए आप अकेले रहना शुरू कीजिए। इससे आप खुद पर ज्यादा विश्वास करेंगे और दूसरों की तरफ कम दिखेंगे। आप अपने एक्शंस के लिए जवाबदेह हैं और खुद के अच्छे और बुरे के लिए किसी को ब्लेम नहीं करेंगे।
खुद को जानने का मौका
आपको खुद को जानने का मौका मिलेगा कि आपकी रियल पर्सनालिटी क्या है जैसे आप किस तरह के इंसान हैं क्योंकि कई बार जब हम फैमिली अपने कंफर्ट जोन में रहने लग जाते हैं तब हमें अपनी पर्सनालिटी के बारे में नहीं पता चलता है। हमारे ऊपर दूसरों का भी प्रेशर होता है। हमें दायरे में रहना पड़ता है जिस कारण हम खुद को एक्सप्लोर नहीं कर पाते हैं। दूसरी तरफ अकेले रहने से आप स्वतंत्र, निडर और बेपरवाह हो जाते हैं जिससे आपकी रियल पर्सनालिटी बाहर निकाल कर आती हैं।
नए लोगों से मिलेंगे
अकेले रहने से नए लोगों से मिलेंगे जो किसी भी फॉर्म जैसे आपके साथ काम करने वाले, रूममेट फ्रेंड्स और पड़ोसी हो सकते हैं। उनके साथ खुद की जिंदगी शेयर करना भी आपके लिए एक नया अनुभव हो सकता है। इसस आप जान पाएंगे कि हमारी फैमिली के अलावा भी दूसरे लोगों का हमारी जिंदगी में बहुत बड़ा रोल होता है और आप उनके बीच रहना भी इंजॉय करते हैं।
अच्छे और बुरे की पहचान
इससे आपको अच्छे और बुरे की पहचान होने लग जाती है क्योंकि आपको अब बात-बात पर कोई कहने नहीं आएगा कि यह मत करो या यह तुम्हारे लिए सही नहीं है। आपको खुद ही देखना पड़ेगा कि क्या चीज आपके लिए सही और गलत हैं। यह आपकी पर्सनालिटी पर बहुत प्रभाव डालता है। आप फैसला लेने सीख जाते हैं।