Is Your Relationship Unknowingly Headed Towards Divorce? रिलेशनशिप में बहुत बार हमें ऐसा लग सकता है कि अब और नहीं, लेकिन गुस्सा शांत होते ही हम नार्मल हो जाते हैं और खुद को अपने रिश्ते में खुश पाते हैं। कुछ कपल्स में ये प्रॉब्लम्स कभी सॉल्व नहीं हो पातीं। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि एक पार्टनर के पास प्रॉपर समय ना होना या फिर प्रॉब्लम को नज़रअंदाज़ कर देना।
क्या आपका रिश्ता जाने-अनजाने तलाक की तरफ जा रहा है?
कुछ कारणों के चलते हम यह समझ नहीं पाते कि यह और कितनी देर तक चलने वाला है और देखते ही देखते रिश्ता खत्म होने की कगार पर पहुँच जाता है। इसी तरह किसी रिश्ते के तलाक तक पहुँचने के कई और भी कई कारण और लक्षण हो सकते हैं, जिसके 5 लक्षणों के बारे में हम आज बात करेंगे।
1. ट्रस्ट इशूस हैं
अगर आप अपने पार्टनर पर चाहते या ना चाहते हुए यकीन नहीं कर पाते तो यह समझ लीजिये कि आप अनचाहा रिश्ता ढो रहे हैं और पता नहीं यह कब तक चलेगा। आपका पार्टनर या तो आपका यकीन जीत नहीं पा रहा या फिर आप उन पर यकीन नहीं कर पा रहे, दोनों ही सूरतों में आपको अपने रिश्ते के बारे में सोचना होगा। अगर इसके उल्ट आपके पार्टनर का आपके ऊपर यकीन नहीं है, तब भी आपको एक बार बैठ बात करनी चाहिए।
2. रिस्पेक्ट की कमी
पति-पत्नी के रिश्ते में एक-दूसरे के लिए रिस्पेक्ट होनी बहुत ज़रूरी है। अगर आप दोनों में वो रिस्पेक्ट नहीं है तो आप मानें चाहे ना मानें, आपका रिश्ता खतरे में है। आप दोनों कहीं भी एक-दूसरे को कुछ भी बोल देते हैं और माफ़ी मांगना भी ज़रूरी नहीं समझते या दोनों में से कोई एक सोशल गेदरिंग्स में दूसरे को नीचा दिखाता है और खुद से कम आंकने की कोशिश करता है तो इस हालत में आपका रिश्ता लम्बे समय तक तो नहीं चलेगा।
3. तीसरे का दख़ल
आपके रिश्ते में अगर आप-दोनों की बातें किसी तीसरे से डिसकस होती हैं या रिश्ते के डिसिशनस कोई तीसरा चौथा इंसान करता है तो इस रिश्ते की उम्र ज़्यादा लम्बी नहीं। माँ-बाप चाहे पति के हों, चाहे पत्नी के, किसी को भी पति-पत्नी में बोलने का हक़ नहीं होना चाहिए। जब तक दोनों आपस में चीज़ें सुलझा रहे हों, उन्हें उनके हाल पर छोड़ देना चाहिए। तीसरे की दखलंदाज़ी रिश्ते को बर्बादी की ओर ले जाती है।
4. खुल कर बात नहीं होती
किसी भी रिश्ते में ओपन कम्युनिकेशन होनी ज़रूरी है। दोनों पार्टनर्स जज होने के डर से मुक्त होने चाहिए। अगर आपको लगता है कि आपकी प्रॉब्लम को आपके पार्टनर समझेंगे नहीं, बल्कि आपका ही कसूर निकालेंगे या आपको जज करेंगे तो आप दोनों का रिश्ता किसी प्रॉब्लम का शिकार हो रहा है। आप भी ध्यान दें कि अपने पार्टनर के साथ आप कुछ ऐसा तो नहीं कर रहे।
5. हर बात पर डिसएग्रीमेंट
जब भी कोई आम या खास फैसला करना होता है तो आप दोनों पार्टनरस में ज़्यादातर डिस्ग्रीमेन्ट होता है तो आपको बैठ कर सोचना होगा। दो लोगों में किसी डिसिशन या ओपिनियन को लेकर अलग-अलग राय होना गलत बात नहीं, लेकिन हर बात पर किसी फैसले पर ना आ पाना या सिंपल सी बात का किसी बड़ी लड़ाई में बदल जाना, रिश्ते का तलाक की तरफ एक कदम बढ़ने का संकेत हो सकता है।