हिन्दू पंचांग के हिसाब से, इस साल कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि की की शुरुआत 13 अक्टूबर को रात 01 बजकर 59 मिनट पर होगी। वहीं अगले दिन 14 अक्टूबर को सुबह 03 बजकर 08 मिनट पर यह तिथि समाप्त होगी। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, करवा चौथ का व्रत 13 अक्टूबर को रखा जाएगा। पति की लम्बी आयु के लिए सुहागिन पत्निया निर्जला व्रत रखती हैं।
Karwa Chauth Thaali Decoration: कैसे सजाएँ करवा चौथ की थाल?
जैसे-जैसे व्रत का दिन नजदीक आते जा रहा है, बाज़ार में इसकी रौनक देखने लायक है। कई महिलाएं हाथों में मेहँदी लगवाते और सुहाग की चूड़ियां और सारे खरदते मार्किट में देखि जा सकती है।
करवा चौथ की पूजन विधि के लिए हर सुहागिन को थाल सजनी जरुरी है। लेकिन कई ऐसी महिलाएं होंगी जिनका यह पहला त्यौहार हो सकता है। अगर आपको भी इस बात की जानकारी नहीं है कि करवा चौथ की थाल कैसे सजाई जाये, तो आपके लिए यह आर्टिकल काफी मददगार साबित हो सकता है।
पूजन विधि के अनुसार को सभी सामग्री
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार करवा चौथ की पूजा पूरे विधि विधान से करना चाहिए। इस व्रत में पूजा सामग्री का विशेष महत्व है। पूजा के समय थाली में मिट्टी या तांबे का करवा और ढक्कन, पान, कलश, चंदन, फूल, हल्दी, चावल, मिठाई, कच्चा, दूध, दही, देसी घी, शहद, शक्कर का बूरा, रोली, कुमकुम, मौली ये सभी सामान होना जरूरी है।
आजकल मार्किट में रेडी मेड थाली और सामग्री भी उपलब्ध होती हैं। आप किसी भी जनरल स्टोर या पूजा स्टोर से यह खरीद सकते हैं। इन सबके अलावा सोलह श्रृंगार का सामान जैसे महावर, कंघा, मेहंदी, सिंदूर, चुनरी, बिंदी, चूड़ी, छलनी, बिछिया, करवा माता की तस्वीर, अगरबत्ती, कपूर, दीपक, गेहूं, रूई की बाती, लकड़ी का आसन, दक्षिणा, लहुआ, 8 पूरियों की अठावरी भी पूजा के लिए रखें।
Market में थाली के नए अवतार
इस वक़्त आपको मार्किट में थाली के कई नए रूप और अवतार देखने को मिल सकते हैं। इसमें आपको थाली, करवा और चलनी का सेट मिलेगा, जिसे आप मार्किट से भी खरीद सकते हैं और ऑनलाइन भी आर्डर कर सकते हैं। इतना ही नहीं, बल्कि आप अपने थाली को कस्टमाइज भिकारवा सकते हैं।
इस वक़्त बाजार की सबसे ट्रेंडिंग थाली है पति-पत्नी के नाम वाली लास की थाली। वाकई में हर साल कुछ न कुछ नया होता है, जो त्यौहार की रौनक में चार चाँद लगा सकता है।