These 5 Habits Can Cause Low Confidence: हम जाने-अनजाने कई बार ऐसी आदतें अपना लेते हैं जो लौंग-टर्म में हमारा कॉन्फिडेंस लो का कारण तो बनती हैं, साथ ही हमारी पर्सनालिटी को भी इंपैक्ट करती हैं। ऐसी ही कुछ छोटी-छोटी आदतें होती हैं जो हमें अपना खोया हुआ कॉन्फिडेंस वापिस लाने में हमारी मदद कर सकती हैं।
अगर कॉन्फिडेंस बढ़ाना है तो छोड़नी होंगी ये आदतें
अगर आप अपने आप को लेकर कॉंफिडेंट हैं तो आप ज़िंदगी में कुछ भी अचीव कर सकते हैं और किसी भी चैलेंज को बीट कर सकते हैं । आइए जानते हैं कि अपना कॉन्फिडेंस लो होने से बचने के लिए आपको कौन सी 5 आदतें छोड़ने की ज़रूरत है।
1. ओवर थिंकिंग
जब आप अपने बारे में और अपने लिए हुए डिसिशनस को लेकर ओवर्थिंक करते हैं तो आप कभी भी अपने फ़ैसलों पर शुअर नहीं हो पाते। आप अपनी ज़िंदगी को लेकर डाइलेमा में रहते हैं कि आपको आख़िर करना क्या है। इस तरह आप कॉंफिडेंट नहीं हो पाते।
2. ख़ुद को क्रिटिसाइज़ करना
कुछ भी ग़लत होने पर अपने आप को कोसना आपके अपने कंफ़ीडेंस के लिए बहुत ख़तरनाक है। जब आप ख़ुद को छोटी से बड़ी बात के लिए बुरा-भला कहेंगे तो आप अपने आप को इम्प्रूव नहीं कर पायेंगे और पैनिक में आ कर और ग़लतियाँ करेंगे। इस लिए अपने आप को क्रिटीसाईस करने की जगह इम्प्रूव करने की तरफ ध्यान दें।
3. दूसरों से कम्पेर क्रेना
अगर अपना कॉन्फिडेंस बढ़ाना है तो आपको अपनी आदतें और अपनी ज़िंदगी को दूसरों से कम्पेर नहीं करना है। जब हम सोशल मीडिया पर दूसरों को एन्जॉय करते हुए देखते हैं तो हमे लगता है कि हम अपनी ज़िंदगी में कुछ अचीव नहीं कर पाए, जिससे हमें अपनी काबिलियत पर भी शक होता है। इसके इलावा आप दूसरों की सक्सेस के पीछे की स्ट्रगल या हसल नहीं देख पाते और अपने आप को अंडरमाइन करने लगते हैं।
4. नेगेटिव लोगों से दोस्ती
आपको अपना फ्रेंड सर्किल बहुत सोच-समझकर चुनना होगा। अगर आपके आस-पास के लोग नेगेटिव माइंडसेट वाले होंगे तो वो लोग अपनी बातों से ही आपका कॉन्फिडेंस लो करते रहेंगे।
5. ख़ुद से ज़्यादा दूसरों पर यक़ीन
सेल्फ-कॉन्फिडेंस बढ़ाने के लिए ज़रूरी है कि आपको दूसरों से ज़्यादा ख़ुद पर यक़ीन करना होगा। दूसरे क्या कहते हैं, क्या सोचते हैं यह सब सोचने की ज़रूरत बिलकुल भी नहीं है। कोई आपके लिये कुछ करने नहीं आएगा, अपनी ज़िंदगी में जो भी अचीव करना है, उसके लिए इफ़ोर्ट्स ख़ुद ही करने होंगे।