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Menstrual Rituals: पीरियड्स होने पर भारत के इन राज्यों में मनाया जाता है जश्न

ब्लॉग: भारत में पीरियड्स के समय महिलाओं को अछूत की नजर से देखा जाता है, लेकिन वहीं कुछ ऐसे हिस्से हैं जहां पहले पीरियड्स के आने पर जश्न और फेस्टिवल की तरह सेलिब्रेट किया जाता है।

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Ruma Singh
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Menstrual Celebration in india

(Credit Image-Good News Today)

Menstrual Celebration In India: पीरियड्स एक नेचुरल प्रक्रिया है। इस दौरान महिलाओं के शरीर में हार्मोनल उतार-चढाव होते हैं। वहीं, पहले पीरियड्स को मैच्योरिटी से जोड़कर देखा जाता है। यह समय तब आता है जब एक लड़की का सफर धीरे-धीरे महिला बनने की ओर शुरू होता है, लेकिन हम आज भी इस विषय पर बात करने से कतराते हैं। हम आगे तो बढ़ रहे हैं मगर हमारी सोच आज भी हमें कई कदम पीछे की ओर ले जाती हैं। भारत में पीरियड्स के समय महिलाओं को अछूत की नजर से देखा जाता है, लेकिन वहीं कुछ ऐसे हिस्से हैं जहां पहले पीरियड्स के आने पर जश्न और फेस्टिवल की तरह सेलिब्रेट किया जाता है। लड़की को बड़ी धूमधाम के आयोजन के साथ महसूस कराया जाता है कि वह अब महिला बनने की श्रेणी में आ गई है। इस दौरान समारोह आयोजित होते हैं और दावते भी दी जाती हैं।

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इन हिस्सों में मनाया जाता है पीरियड्स को लेकर जश्न

1. असम

पहले पीरियड्स को असम में तुलोनिया बिया के नाम से सेलिब्रेट किया जाता है। इस समारोह को बिल्कुल शादी की तरह भव्य तरीके से आयोजित किया जाता है। लड़की को 7 दिन तक एक ही कमरे में रखा जाता है क्योंकि उनके अनुसार इस समय सूर्य, चंद्रमा, सितारों को देखना अशुभ माना जाता है। जब सात दिन पूरे हो जाते हैं तब लड़की को तैयार कर केले के पौधे से लड़की की शादी की जाती है।

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2. ओडिशा 

यहां राजा प्रभा के नाम से पीरियड्स को लेकर 3 दिन तक समारोह आयोजित किए जाते हैं और उड़ीसा के लोगों की मान्यता होती है कि इस दौरान धरती मां को पीरियड्स होते हैं। तीन दिन बाद लड़की को नहलाया जाता है, फिर महिलाएं आपस में नए कपड़े और मिठाइयों के साथ जश्न मनाती है।

3. कर्नाटक

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पहले पीरियड्स को लेकर कर्नाटक में बहुत ही भव्य तरीके से जश्न मनाया जाता है। इस दौरान सारी औरतें मिलकर आपस में सेलिब्रेट करती हैं। इस समारोह को ऋतु शुद्हि या ऋतु कला के नाम से जाना जाता है। इस दौरान लड़की को साड़ी पहनने की परंपरा होती है, क्योंकि ऐसी मान्यता हैं कि अब लड़कियां बड़ी हो रही। इसका मतलब है कि लड़की अब शारीरिक और मानसिक तौर से परिपक्व हो गई है।

4. तमिलनाडु 

लड़की के पीरियड्स को लेकर यहां मंजल नियतु विजा त्योहार मनाया जाता है। इस दौरान सभी रिश्तेदार को कार्ड भेजे जाते हैं। यहां की रीति के अनुसार लड़की के चाचा नारियल, आम और नीम के पत्तों से बनी एक झोपड़ी बनाते हैं। इस दौरान लड़की को हल्दी के पानी से नहलाकर इसी झोपड़ी में रहने को बोला जाता है। नियमानुसार लड़की को रेशम की साड़ी पहनाई जाती है।

Periods मासिक धर्म Menstrual पीरियड्स की शर्म
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