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ओवरथिंकिंग के साइन और उपाय - हमारी ज़िंदगी में काफी कुछ होता है लेकिन उनमें से सब बातों के बारे में काफी ज्यादा सोचना काफी गलत है। इससे आपको काफी बीमारियां भी घेर सकती हैं। आपकी जिंदगी में पहले से चल रही कोई समस्या या फिर आम तौर पर होने वाले तनाव के कारण भी आप जरूरत से ज्यादा सोचने लगते हैं। इसे ओवरथिंकिंग कहते है। इसे अनदेखा करना भी ठीक नहीं क्योंकि यह आपके मेंटल और फिज़िकल हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए इसे तुरंत नोटिस करने और कंट्रोल करने की जरूरत है। आइये जानते हैं ओवरथिंकिंग के साइन और उपाय ।
जब आप किसी भी चीज के बारे में अधिक सोच रही होती हैं तो आप हर छोटी चीज को लेकर परेशान हो जाती हैं और यह परेशानी आपको चिंता में डाल देती है। आप अपने या अपने परिवार, रिश्तों, करियर से जुड़ी हर छोटी बात को लेकर या तो उदास हो जाती हैं या उसके बारे में चिंता करने लगती हैं। अगर आप भी ऐसा कर रही हैं तो आप ओवरथिंकिंग की शिकार हो सकती हैं।
आपको लगता है कि आप आसानी से मल्टीटास्किंग कर सकती हैं और यह सच भी हो सकता है, लेकिन जब आपका दिमाग केवल एक चीज पर फोकस होता है, तो दूसरे को पूरा करना कठिन हो जाता है। इस वजह से कभी-कभी और भी अधिक दबाव पड़ने लगता है और आप एक छोटी प्रेजेंटेशन या एक ई-मेल लिखने में भी बार-बार गलतियां कर रही होती हैं।
अगर आपको किसी भी चीज को लेकर फैसले लेने में दिक्कत हो रही है या आप सही फैसले नहीं ले पा रही हैं तो हो सकता है कि आप जरूरत से अधिक सोच रही हैं। चाहे किसी रेस्टोरेंट में कोई डिश डिसाइड करने की बात हो या फिर करियर से जुड़े किसी बड़े फैसले की, ओवरथिंकिंग करने से आपकी यह क्षमता प्रभावित होती है क्योंकि आपका ब्रेन अन्य विषयों में व्यस्त रहता है।(ओवरथिंकिंग के साइन और उपाय)
जब आप अधिक सोचने के शिकार हो जाते हैं तो आप वर्तमान समय में नहीं रहते क्योंकि या तो आप भविष्य के बारे में सोच रहे होते हैं या अतीत को बातों को अपने दिमाग में दोहरा रहे होते हैं। चीजों के बारे में जरूरत से अधिक सोचने से आप अपना अधिकतर समय खर्च कर देते हैं। ऐसे में आप किसी के साथ होने पर भी उनके साथ नहीं होते। आप शारीरिक तौर पर दूसरों के आसपास होते हैं लेकिन भावनात्मक रूप से वहां मौजूद नहीं होते।
ओवरथिंकिंग में आप बहुत सी चीजों को एनालाइज कर रहे होते हैं, चाहे फिर वो महत्वपूर्ण हो या नहीं। आप सोच रहे होते हैं कि यह ऐसा होना चाहिए था, मुझे वैसा करना चाहिए था, या फिर मुझे ऐसा करना है। यह सीरीज आपके ब्रेन की अधिकतर एनर्जी को इस्तेमाल कर लेती है जिसके कारण आप मानसिक तौर पर थका हुआ महसूस करती हैं और आपका और कुछ करने का मन नहीं करता।
1. अपने रूटीन को बदलें। अगर आप हर रोज एक ही रूटीन को फॉलो कर रही हैं तो इसे बदलें और इसमें कुछ दिलचस्प चीजें शामिल करें जैसे जो चीजें आपको खुशी देती हैं।
2. खाने में कुछ नया ट्राय करें जैसे कोई नई डिश या डेज़र्ट जो आपने पहले नहीं खाया हो। या फिर कोई नई रेसिपी घर पर ही बनाए। इससे आपको कुछ नया ट्राय करेंगी साथ ही खुद को बिजी भी रख पाएंगी।
3. हर चीज में परफेक्शन लाने की कोशिश ना करें और आप जो कर रही हैं उसकी सराहना करें। अपनी अच्छाईयों को नज़रअंदाज ना करें। (ओवरथिंकिंग के साइन और उपाय)
4. हर एक चीज के बारे में नेगेटिव नजरिया रखना बंद करें। क्या-क्या चीजें गलत हो सकती हैं, यह सोचने के बजाय, सोचें कि क्या चीजें सही होंगी। इससे आप खुद को अधिक सोचने से रोक पाएंगी।
5. अपने डर को कंट्रोल करने की कोशिश करें। अगर आप हर चीज को लेकर अधिक सोच रही हैं तो कहीं ना कहीं आप किसी चीज को लेकर डरी हुई है जिसके कारण आप परेशान हैं। डरना बुरा नहीं है लेकिन इसे कंट्रोल ना कर पाना आपको कमजोर कर सकता है।
इन 5 साइन्स से पहचानिए ओवरथिंकिंग को (overthinking ke sign aur upaay)
1. हर छोटी चीज के बारे में चिंता करने लगते है
जब आप किसी भी चीज के बारे में अधिक सोच रही होती हैं तो आप हर छोटी चीज को लेकर परेशान हो जाती हैं और यह परेशानी आपको चिंता में डाल देती है। आप अपने या अपने परिवार, रिश्तों, करियर से जुड़ी हर छोटी बात को लेकर या तो उदास हो जाती हैं या उसके बारे में चिंता करने लगती हैं। अगर आप भी ऐसा कर रही हैं तो आप ओवरथिंकिंग की शिकार हो सकती हैं।
2. गलतियां दोहराते है
आपको लगता है कि आप आसानी से मल्टीटास्किंग कर सकती हैं और यह सच भी हो सकता है, लेकिन जब आपका दिमाग केवल एक चीज पर फोकस होता है, तो दूसरे को पूरा करना कठिन हो जाता है। इस वजह से कभी-कभी और भी अधिक दबाव पड़ने लगता है और आप एक छोटी प्रेजेंटेशन या एक ई-मेल लिखने में भी बार-बार गलतियां कर रही होती हैं।
3. सही फैसले लेने में मुश्किल-सी लगती है
अगर आपको किसी भी चीज को लेकर फैसले लेने में दिक्कत हो रही है या आप सही फैसले नहीं ले पा रही हैं तो हो सकता है कि आप जरूरत से अधिक सोच रही हैं। चाहे किसी रेस्टोरेंट में कोई डिश डिसाइड करने की बात हो या फिर करियर से जुड़े किसी बड़े फैसले की, ओवरथिंकिंग करने से आपकी यह क्षमता प्रभावित होती है क्योंकि आपका ब्रेन अन्य विषयों में व्यस्त रहता है।(ओवरथिंकिंग के साइन और उपाय)
4. इमोशनली खोएं रहते है
जब आप अधिक सोचने के शिकार हो जाते हैं तो आप वर्तमान समय में नहीं रहते क्योंकि या तो आप भविष्य के बारे में सोच रहे होते हैं या अतीत को बातों को अपने दिमाग में दोहरा रहे होते हैं। चीजों के बारे में जरूरत से अधिक सोचने से आप अपना अधिकतर समय खर्च कर देते हैं। ऐसे में आप किसी के साथ होने पर भी उनके साथ नहीं होते। आप शारीरिक तौर पर दूसरों के आसपास होते हैं लेकिन भावनात्मक रूप से वहां मौजूद नहीं होते।
5. मानसिक रूप से थका हुआ महसूस करते है
ओवरथिंकिंग में आप बहुत सी चीजों को एनालाइज कर रहे होते हैं, चाहे फिर वो महत्वपूर्ण हो या नहीं। आप सोच रहे होते हैं कि यह ऐसा होना चाहिए था, मुझे वैसा करना चाहिए था, या फिर मुझे ऐसा करना है। यह सीरीज आपके ब्रेन की अधिकतर एनर्जी को इस्तेमाल कर लेती है जिसके कारण आप मानसिक तौर पर थका हुआ महसूस करती हैं और आपका और कुछ करने का मन नहीं करता।
इन 5 तरीकों से ले ओवरथिंकिंग से ब्रेक (ओवरथिंकिंग के साइन और उपाय)
1. अपने रूटीन को बदलें। अगर आप हर रोज एक ही रूटीन को फॉलो कर रही हैं तो इसे बदलें और इसमें कुछ दिलचस्प चीजें शामिल करें जैसे जो चीजें आपको खुशी देती हैं।
2. खाने में कुछ नया ट्राय करें जैसे कोई नई डिश या डेज़र्ट जो आपने पहले नहीं खाया हो। या फिर कोई नई रेसिपी घर पर ही बनाए। इससे आपको कुछ नया ट्राय करेंगी साथ ही खुद को बिजी भी रख पाएंगी।
3. हर चीज में परफेक्शन लाने की कोशिश ना करें और आप जो कर रही हैं उसकी सराहना करें। अपनी अच्छाईयों को नज़रअंदाज ना करें। (ओवरथिंकिंग के साइन और उपाय)
4. हर एक चीज के बारे में नेगेटिव नजरिया रखना बंद करें। क्या-क्या चीजें गलत हो सकती हैं, यह सोचने के बजाय, सोचें कि क्या चीजें सही होंगी। इससे आप खुद को अधिक सोचने से रोक पाएंगी।
5. अपने डर को कंट्रोल करने की कोशिश करें। अगर आप हर चीज को लेकर अधिक सोच रही हैं तो कहीं ना कहीं आप किसी चीज को लेकर डरी हुई है जिसके कारण आप परेशान हैं। डरना बुरा नहीं है लेकिन इसे कंट्रोल ना कर पाना आपको कमजोर कर सकता है।