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क्या प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स करना सुरक्षित है?
गर्भावस्था के दौरान सेक्स करना तब तक सुरक्षित है, जब तक कि आप स्वस्थ हों और डॉक्टर इसके लिए मना नहीं करते। एमनियोटिक थैली (तरल पदार्थ की थैली, जिसमें भ्रूण होता है) और गर्भाशय (uterus) की मजबूत मांसपेशियों (muscles) के कारण भ्रूण(foetus) सुरक्षित रहता है। इस वजह से बेबी को इन्फेक्शन होने के चान्सेस कम होते है। इसके अलावा, यह इस बात पर भी डिपेंड करता है कि आप किस प्रकार से शारीरिक संबंध बना रहे हैं। आमतौर पर सेक्स करने से न तो बच्चे को कोई नुकसान पहुचता है, और न ही लेबर पेन होता है। हालांकि, कुछ डॉक्टर प्रेगनेंसी के आखिरी हफ्तों में सेक्स न करने की सलाह देते है।
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प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स कब नहीं करना चाहिए?
प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स सुरक्षित है जब तक कि महिला को प्रेग्नेंसी से जुड़ी कोई समस्या न हो लेकिन, कुछ सिचुएशन ऐसी भी हैं जब डॉक्टर आपको सेक्स न करने की सलाह दे सकते हैं।
- अगर आपको गर्भपात (Abortion) होने की आशंका हो या फिर पहले गर्भपात हो चुका हो।
- अगर प्रेगनेंसी के 37वें हफ्ते से पहले ही डिलीवरी होने की आशंका बढ़ जाए।
- बिना कारण के वजाइना से ब्लीडिंग या फिर ऐंठन होने की समस्या हो।
- अगर एमनियोटिक थैली से तरल पदार्थ (liquid substance) लीक होने लगे।
- अगर uterine cervix समय से पहले ही खुल जाए।
- अगर आपको प्लेसेंटा प्रिविया(Placenta praevia) की प्रॉब्लम हो।
- अगर आपकी प्रेगनेंसी में जुड़वां या उससे ज्यादा भ्रूण(foetus) हों।
प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स करने के क्या फायदे होते है?
आपको ये पढ़ के थोड़ा अजीब लगेगा ,लेकिन ये सच है। हैल्थी प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स करना मां और बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद हो सकता है। प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स करने के ये फायदे हो सकते है :-
- अच्छी नींद : प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स करने से मां को आराम मिलता है और बेहतर नींद में मदद मिल सकती है।
- ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है : फिजिकल रिलेशन बनाने से महिला के शरीर में ब्लड सर्कुलेशन तेज गति से होता है, जो गर्भवती और शिशु दोनों के लिए अच्छा है।
- इम्युनिटी बढ़ती है : प्रेगनेंसी मां के इम्युनिटी सिस्टम को काफ़ी इफ़ेक्ट करती है। ऐसे में सेक्स करने से इसमें कुछ हद तक सुधार हो सकता है। फिजिकल रिलेशन से एंटीबॉडी लेवल में सुधार होता है, जिस कारण सर्दी-खांसी जैसी समस्याओं से बचाव होता है।
- नार्मल ब्लड प्रैशर : इससे ब्लड प्रैशर लेवल नार्मल होता है।यह प्रेगनेंट महिलाओं के लिए फायदेमंद है, क्योंकि हाई ब्लड प्रैशर की वजह से प्रेगनेंट महिला को Preeclampsia (ब्लड प्रैशर का अधिक हो जाना) का सामना करना पड़ सकता है।
- तनाव में कमी : सेक्स के बाद महिला में एंडोर्फिन (Endorphins) हार्मोन का निर्माण होता है। इससे तनाव में कमी आती है। साथ ही ऑक्सीटॉसिन (Oxytocin) हार्मोन का निर्माण भी होता है, जिससे पति-पत्नी के बीच प्यार बढ़ता है।