सेक्स जिसका नाम सुनते ही हमारे समाज में बहुत लोग असहज हो जाते हैं। जब बात शादी से पहले सेक्स की आती है तब ज़्यादा असहज हो जाते है। समाज में अभी भी धारणा है कि सेक्स शादी के बाद ही होना चाहिए। शादी के पहले सेक्स करना हो या बाद ये किसी भी व्यक्ति की पर्सनल चॉइस है। इस पर किसी को जज नहीं कर सकते है।
Premarital Sex: क्या शादी के पहले सेक्स नहीं कर सकते?
लड़का करे तो नॉर्मल
हमारा समाज डबल स्टैंडर्ड्ज़ पर चलता है। यहाँ पर लड़के की सेक्शूअल नीड्ज़ पर ज़्यादा ध्यान दिया जाता है लेकिन लड़की की सेक्शूअल नीड्ज़ की कोई चिंता नहीं हैं। समाज में लड़के शादी के पहले सेक्स करें चाहे बाद में इसके अलावा वे शादी के बाद किसी और के साथ सम्बंध बनाए इन सब चीजों को नॉर्मल किया गया लेकिन लड़की को शादी के बाद सेक्स करना चाहिए। वे भी तब जब उसके पति की मर्ज़ी हो। उसकी सेक्शूअल डिज़ाइअर्ज़ और वैल्यूज़ की कोई वैल्यू नहीं है।
लड़की वर्जन चाहिए
शादी के पहले इस चीज़ का ख़ास ध्यान दिया जाता है कि लड़की वर्जन है। शादी की ads पर मेन्शन किया होता है कि लड़की वर्जन चाहिए। वहीं लड़कों से कोई नहीं पूछता कि तुम वर्जन हो। यह आज भी हमारे समाज एक स्टीरियोटाइप है कि शादी के समय लड़की वर्जन होनी चाहिए। अगर लड़की वर्जन ना हो तो समाज में उसके ख़िलाफ़ अलग-अलग बातें बनाई जाती है। उसे जज किया जाता है कि ये कैरिक्टर लेस होगी। पता नहीं इसके कितने लड़कों के साथ सम्बंध होंगे।
बात नहीं होती
आज भी हमारे घरों में इस टॉपिक पर बात नहीं होती। बच्चों में आज भी सेक्स-एजुकेशन की कमी है क्योंकि पेरेंट्स उनके साथ बात नहीं करते। इसका भी एक कारण है क्योंकि माँ-बाप के साथ भी अभी इतनी बात नहीं होती है। एजुकेशन की कमी के कारण आज भी महिलाओं से उनकी वर्जनेटी के बारे में पूछा जाता है लेकिन मर्दों से इसके बारे में पूछा नहीं जाता है।