Safety Of Women Is Big Concern In Real Or Virtual World: महिलाओं की सेफ्टी एक बहुत बड़ा मुद्दा है। इसके बारे में चर्चाएं बहुत होती है लेकिन असलियत में रिजल्ट कम दिखाई देखने को मिलते हैं। अब महिलाओं के लिए एक बड़ा कंसर्न यह भी पैदा हो गया है कि वर्चुअल वर्ल्ड में भी वे खुद को सेफ महसूस नहीं कर रही है। असल जिंदगी में तो हम महिलाओं को सुरक्षा पहुंचाने में नाकाम हो चुके हैं लेकिन अब वर्चुअल वर्ल्ड में भी महिला बेफिक्र नहीं है। यह चिंता ब्रिटिश से आई एक घटना ने उजागर की है-
Virtual Rape: आम जिंदगी से वर्चुअल दुनिया तक कहीं सुरक्षित नहीं महिलाएं?
ब्रिटेन में 16 साल की लड़की के साथ वर्चुअल वर्ल्ड 'मेटावर्स' में गैंग रेप किया गया। यह घटना सुनते ही झटका लगता है कि जहां महिलाएं असलियत जिंदगी में अपने आसपास के माहौल में सहज नहीं हैं और घरों से बाहर निकालने के लिए डरती है। वहीं, अब महिलाएं टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने में भी पीछे हट जाएंगी। इसके इस्तेमाल से पहले वो सोच-विचार करेंगी। यह घटना समाज पर भी बढ़ा सवाल खड़ा करती है कि हम कहीं भी सुरक्षा प्रधान नहीं कर पाएं। यहाँ आज हम हर चीज़ में इतने एडवांस हो गए हैं, फिर भी महिलाओं की सेफ्टी अभी भी सवालों के घेरे में हैं।
कहां रह गई है कमी?
इस मामले के बाद सभी को यह सोचने की जरूरत है कि ओवरऑल कमी कहाँ रह गई है, महिलाओं को हम एक सुरक्षित माहौल प्रदान नहीं कर पा रहे हैं। इसमें सबसे बढ़ी कमी हमारी शिक्षा में हैं। हमारे वैल्यू सिस्टम में महिला सिर्फ पुरषों की कठपुतली है जिससे वो जैसे चाहे व्यवहार कर सकते हैं। बचपन से ही महिलाओं को सिखाया जाता है। मर्दों को वैल्यू सिखाने की कोई कोशिश नहीं करता है। उनके लिए महिला एक सेक्सुअल ऑब्जेक्ट है। इस घटना से सवाल यह भी कि हमें कंसेंट आदि बेसिक चीजों को सीखने की भी जरुरत है। यह सेक्स एजुकेशन की कमी को शो करता है।
महिलाओं की भागीदारी में कमी आ सकती है?
वैसे ही महिलाओं की हर चीज में भागीदारी इतनी कम है क्यूंकि उन्हें मौके नहीं मिलते। दूसरा,असमानता का सामना उन्हें करना पड़ता है कि वह आगे नहीं बढ़ पाती। टेक्नोलॉजी की बात की जाए अगर महिलाओं के साथ ऐसी घटनाएं होंगी, इससे उन पर मानसिक तौर पर असर पड़ेगा जो महिला को पूरी तरह से डैमेज कर सकता है। इससे महिला इतना भयभीत हो जाएगी और अगली बार इस चीज का इस्तेमाल करने से पीछे हट जाएगी। इस तरह हम महिलाओं के मौके कम कर रहे हैं। ऐसी घटनाएं सिर्फ उन्हें बीमार नहीं कर रही बल्कि दूसरी महिलाओं को भी इन चीजों का इस्तेमाल करने के लिए डिमोटिवेट कर रही हैं।