Success Story of Kiran Bedi: पंजाब की एक लड़की ने उस जमाने में आईपीएस अफसर बनने का फैसला किया, जब लड़कियों को कॉलेज भेजने से पहले भी कई बार सोचा जाता था। वह और कोई नहीं बल्कि भारत की पहली महिला आईपीएस अफसर किरण बेदी थी। किरण बेदी एक ऐसी महिला हैं जिन्होंने अपनी मेहनत, साहस और समर्पण के साथ भारती पुलिस सेवा में एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है।
कौन हैं किरण बेदी?
आज के समय में किरण बेदी किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं, उन्होंने अपने दम पर अपनी अच्छी खासी और सशक्त पहचान बनाई है। किरण बेदी का जन्म 9 जून 1949 को अमृतसर पंजाब में हुआ था। कई नामी यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन, फिर पोस्ट ग्रेजुएशन और PHD करने वाली किरण बेदी देश की पहली महिला आईपीएस अफसर (First Female IPS Officer) हैं. इसके साथ ही साथ उन्होंने खेल के क्षेत्रों में भी महारत हासिल की है।
किरण बेदी ने अमृतसर के सेक्रेट हार्ट कॉन्वेंट स्कूल से पढ़ाई की शुरुवात की थी। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में मास्टर्स किया था। उसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से LLB किया था। फिर साल 1993 में आईआईटी दिल्ली से सोशल साइंस में पीएचडी की। बचपन से ही उनका व्यक्तित्व काफी शानदार था।
किरण बेदी ने 1972 में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में शामिल होने का फैसला किया। भारतीय पुलिस सेवा में अपनी प्रवेश परीक्षा क्लियर करके एक महिला के रूप में इस क्षेत्र में अपना स्थान बनाया। किरण बेदी को उनके साहस, निष्ठा और कार्यकुशलता के लिए सराहा जाता है। उन्होंने अपने प्रशिक्षण के दौरान कई चुनौतियों का सामना करके उन्हें सफलता से पार किया है।
किरण बेदी ने अपने पुलिस करियर के दौरान कई महत्वपूर्ण कार्यों को किया। उन्होंने महिलाओं और बच्चों के लिए सुरक्षित स्थानों की स्थापना की और उनके हित में कई कदम उठाए। किरण बेदी का नाम विशेष रूप से उनकी साहसिकता और निष्ठा के लिए प्रसिद्ध है। उन्होंने कई मुश्किलों और विवादों का सामना किया, लेकिन वे हमेशा सत्य और न्याय के मार्ग पर चलती रहीं।
किरण बेदी के समाजिक योगदानों के लिए उन्हें विभिन पुरुष्कारों से सम्मानित किया गया है। उन्हें पद्म भूषण, एक प्रमुख राष्ट्रीय पुरुष्कार, कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरुष्कारों से सम्मानित किया गया है। किरण बेदी ने अपने जीवन में अनेक क्षेत्रों में अपने योगदान दिए हैं। वे एक सामाजिक कार्यकर्ता, लेखक, मोटिवेशनल स्पीकर और शिक्षक के रूप में भी मशहूर हैं। किरण बेदी की कहानी हमें यह सिखाती है कि समर्पण, साहस और संघर्ष से हर कठिनाई को पार किया जा सकता है।